नवीन चौहान.
दो भाईयों के बीच झगड़े की सूचना पर मौके पर गए दरोगा को आरोपियों ने गोली मार दी। गोली लगने से घायल दरोगा की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री ने भी घटना की जानकारी लेकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने सब इंस्पेक्टर के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
यह घटना यूपी के खंदौली के गांव नहर्रा में बुधवार शाम की है। जानकारी के अनुसार थाना के दरोगा प्रशांत कुमार दो भाई विश्वनाथ और शिवनाथ के बीच खेत से आलू खुदाई को लेकर हुए विवाद की सूचना पर एक सिपाही के साथ मौके पर पहुंचे। सुबह तो किसी तरह मामला पुलिस ने निपटा दिया लेकिन शाम को विश्वनाथ फिर से तमंचा लेकर खेत में पहुंचा ओर वहां काम कर रहे मजदूरों को धमकाने लगा। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो दरोगा प्रशांत कुमार एक सिपाही के साथ फिर से खेत में पहुंच गए। उन्होंने विश्वनाथ के हाथ में तमंचा देखकर उसे सरेंडर करने को कहा। लेकिन विश्वनाथ वहां से भागने लगा। जिस पर दरोगा प्रशांत उसके पीछे भागे, इसी दौरान आरोपी विश्वनाथ ने उन पर गोली चला दी, गोली दरोगा की गर्दन के पास लगनी बतायी गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दरोगा को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर एडीजी राजीव कृष्ण, आईजी रेंज ए सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंच गए। प्रशांत कुमार यादव मूलरूप से बुलंदशहर के रहने वाले थे। वह वर्ष 2015 बैच के दरोगा थे।
मुख्यमंत्री ने सब इंस्पेक्टर के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत शहीद पुलिस कर्मी के परिजन को 50 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद पुलिस सब इंस्पेक्टर के जिले में एक सड़क के निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा शोक की इस घड़ी में सरकार शहीद के परिजनों के साथ है। प्रदेश सरकार शहीद के परिजनों को हर संभव मदद देगी।