नवीन चौहान.
छात्रवृत्ति घोटाले में हरिद्वार के तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी जांच समिति का सहयोग नहीं कर रहे हैं। आरोप है कि उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए विभिन्न माध्यमों से सूचित किया गया लेकिन अपना पक्ष रखने के लिए वह उपस्थित नहीं हुए। रविवार को जांच अधिकारी ने उनके आवास पर नोटिस चस्पा किया।
बतादें कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति संबंधी प्रकरण की जांच एवं विवेचना विशेष अन्वेषण दल द्वारा संपादित की जा रही है। इसी क्रम में शैक्षणिक संस्थान सरस्वती प्रोफेशनल डिग्री कॉलेज जगजीतपुर हरिद्वार के कथित छात्रों के नाम से वर्ष 2015-16 में जिला समाज कल्याण अधिकारी हरिद्वार द्वारा प्रदान की गई छात्रवृत्ति धनराशि के संबंध में रुपए 41 लाख 42 हजार 600 का घोटाला पाए जाने पर थाना कनखल पर मुकदमा अपराध संख्या 155 वर्ष 2020 में पंजीकृत किया गया था।
जिसकी विवेचना से पाया गया कि तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी टीकाराम मलेथा जो वर्तमान में जनपद चमोली में प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी नियुक्त है के द्वारा कथित 91 छात्रों का फर्जी भौतिक सत्यापन दर्शा कर शैक्षणिक संस्थान के स्वामी संचालक को आर्थिक रूप से अवैध लाभ पहुंचाकर सरकारी धन की हानि की गई है इस संबंध में शासन से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत विवेचना किए जाने की अनुमति प्राप्त की गई और वर्तमान में विवेचना निरीक्षक सुंदरम शर्मा विशेष अन्वेषण दल हरिद्वार द्वारा संपादित की जा रही है। टीका राम मलेथा को अपना पक्ष प्रस्तुत करने हेतु विभिन्न माध्यमों से सूचित किया गया लेकिन उपस्थित नहीं हुए।
फल स्वरुप आज दिनांक 10 अक्टूबर 2021 को उनके निजी आवास 126/5 खन्ना नगर ज्वालापुर हरिद्वार में नोटिस चस्पा किया गया है। इनके विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जानी है. इस अभियोग में संस्थान के स्वामी संचालक जगदीश विरमानी पुत्र किशन लाल निवासी किशन पुरी जगजीतपुर थाना कनखल हरिद्वार के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई के उपरांत आरोप पत्र बांधने न्यायालय प्रेषित किया जा चुका है.