यूक्रेन से एमबीबीएस और हरिद्वार में अस्पताल बनाकर लूट खसोट, डीएम रविशंकर की छापेमारी





नवीन चौहान
जिलाधिकारी सी रविशंकर के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने ज्वालापुर सराय रोड़ पर स्थित ओजस अस्पताल में औचक छापेमारी की। इस अस्पताल में अनियमितताओं का अंबार मिला। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल अस्पताल के कई विभागों को सील करने के आदेश दिए। जबकि अस्पताल में भर्ती 13 कोविड मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल का खुले रखने के आदेश दिए। प्रशासनिक टीम की संयुक्त जांच में अस्पताल के निदेशक डॉ दीपक अग्रवाल के यूक्रेन से एमबीबीएस, एमडी करने की जानकारी मिली है। डिग्री की जांच कराई जा रही है। फर्जी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया जायेगा। डीएम सी रविशंकर मध्य रात्रि करीब दो बजे अस्पताल में खुद मौजूद रहे। जबकि कोविड 19 के नोडल अधिकारी अंशुल सिंह, सीडीओ सौरभ गहरवाल, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, सीएमओ डॉ शंभूनाथ झा, सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह तड़के तीन बजे तक कार्रवाई करने और सबूतों को पुख्ता करने में जुटे रहे।
जिलाधिकारी सी रविशंकर को सराय रोड़ पर ​संचालित ओजस हॉस्पिटल में अनियमिता की सूचना मिली। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बेहद ही गोपनीय स्तर पर टीम गठित कर अस्पताल की जांच कराई। जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर जिलाधिकारी सी रविशंकर के नेतृत्व में कोविड 19 के नोडल अधिकारी अंशुल सिंह, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, मुख्य चिकित्साधिकारी शंभूनाथ झा, डॉ कोमल समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पताल में धावा बोल दिया। अस्पताल में भर्ती तमाम मरीजों के भर्ती होने, डिस्चार्ज होने, बायो वेस्ट और चिकित्सक की डिग्री को लेकर पूछताछ की गई। तमाम अनियमितताओं की पुष्टि होने पर कई विभागों को तत्काल सीज कर दिया गया। जबकि कोविड मरीजों को राहत देते हुए अस्पताल को खुला रखा गया। जिलाधिकारी सी रविशंकर को निरंतर शिकायतें मिल रही है कि कोरोना आपदा में भी निजी अस्पताल मरीजों का शोषण कर रहे है। इस शिकायतों पर जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित की हुई है। हरिद्वार के कई अस्पताल रडार पर है। जिसके खिलाफ जांच चल रही है।



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