मेरठ। बर्फीली हवाओं के असर से मैदान में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है, जिस कारण दिन में भी कंपकंपी बंद नहीं हुई। पाले के असर से शरीर में गलन महसूस हो रही है। रात में घना कोहरा छाए रहने की संभावना के चलते न्यूनतम तापमान भी अभी सामान्य से कम ही रहने की संभावना जतायी जा रही है।
कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि नए साल तक ठंड की स्थिति ऐसे ही बने रहने की संभावना है। पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी की वजह से बर्फीली सर्द हवाओं ने मैदानी क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया है। सर्द हवाओं से जनजीवन बुरी तरह कांप रहा है। रविवार को मेरठ में तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया जिससे कोल्ड डे कंडीशन बन गई। दिन का अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस सीजन का अब तक का सबसे ठंडा दिन था। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यदि दिन का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है तो इसे कोल्ड डे कंडीशन कहा जाता है।
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अभी रात में कोहरा अपना असर दिखाता रहेगा। कुछ स्थानों पर कोहरा अधिक छाए रहने की संभावना है। ऐसे में ठंड से बचाव बेहद जरूरी है। मौसम विभाग के अनुसार रात के तापमान में अभी और गिरावट आने की संभावना है। दिन का तापमान भी सामान्य से कम ही रहेगा। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव सेंकते नजर आ रहे हैं। बाजार में रूम हीटर की डिमांड बढ़ गई है।
चिकित्सकों का कहना है कि इस ठंड में सेहत का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। सांस और ब्लड प्रेशर के मरीजों को ठंड से बचना चाहिए। अस्थमा के मरीजों को कमरे के अंदर रूम हीटर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। दिन में धूप निकलने पर कुछ देर के लिए धूप जरूर सेंकनी चाहिए। दिल के मरीजों को भी अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना होगा। समय समय पर अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए।