JEE एडवांस में भी कोटा क्लासेस का दबदबा, 11 स्टूडेंटस ने आईआईटी में जगह बनाई




नवीन चौहान.
हरिद्वार। रविवार सुबह 10 बजे जेईई एडवांस का रिजल्ट आते ही कोटा क्लासेस के सफल 11 छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे। संस्था से शानदार प्रदर्शन करते हुए रोहित तोमर ने आल इंडिया रैंक 2370 लाकर संस्था को गौरवान्वित किया।

रोहित कोटा क्लासेस के एक वर्षीय टारगेट कोर्स के विद्यार्थी हैं। रुड़की के छोटे से गांव भगवानपुर के रहने वाले रोहित के पिता किसान हैं। किसान होते हुए भी उन्होंने अपने पुत्र को इंजीनियर बनाने का सपना देखा, जो रोहित ने पूरा किया। रोहित की माता एक सफल गृहिणी हैं और उन्होंने रोहित का मनोबल कभी डगमगाने नहीं दिया। रोहित ने जेईईमेन में भी 99.21 परसेंटाइल के साथ टॉप किया।

वहीं दून कैम्ब्रिज स्कूल की श्रेया शर्मा ने 12वीं के बाद कोटा क्लासेस के एक वर्षीय टारगेट कोर्स ज्वाइन कर अपनी कड़ी मेहनत से जेईई एडवांस में 2611वीं रैंक लाकर आईआईटी में अपनी जगह बनायी। वहीं 12वीं की परीक्षा में 95 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण होते हुए पार्थ शर्मा ने जेईई एडवांस में 6452 रैंक हासिल कर हरिद्वार एवं संस्था का नाम रोशन किया। पार्थ ने जेईईमेन में भी 98.31 परसेंटाइल हासिल की थी। पार्थ पिता चंदन शर्मा अपना व्यवसाय करते हैं तथा माता शिक्षिका हैं। वहीं अन्य सफल छात्रों में व्योम पंत, ऋतिक, कुनाल, सौरभ, ऋषिका, आर्यमान, अंशुमान आदि ने टॉप रैंक में चयनित होकर कामयाबी का परचम लहराया। सभी सफल छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-माता एवं अपने गुरूजनों को दिया।

कोटा क्लासेस के महानिदेशक डॉ. रवि वर्मा ने छात्रों के चयन पर खुशी जाहिर की तथा बताया कि इस वर्ष 10000 एआईआर के अंदर आने वाले कुल 11 छात्रों के रिजल्ट ने संस्था के लिए एनर्जी बूस्टर का काम किया है। डा. वर्मा ने बताया कि विगत 14 वर्षों से हरिद्वार शहर को सैकड़ों इंजीनियर तथा डाक्टर्स दे चुके हैं। देशभर में करीब 2.5 लाख परीक्षार्थियों ने जेईई एडवांस की परीक्षा में भाग लिया था जिनमें कुल 18138 छात्रों ने मैरिट लिस्ट में अपनी जगह बनाई। सफल छात्रों को आईआईटी बोम्बे, दिल्ली, कानपुर, रुड़की, खड़कपुर जैसी सम्मानित संस्थाओं में पढ़ने का मौका मिलेगा।

कोटा क्लासेस के एकेडमिक हेड राजीव रंजन ने बताया कि संस्था के कुल 11 छात्रों ने जेईई एडवांस में टॉप रैंक पाकर संस्था का नाम रोशन किया। सफल छात्रों के अभिभावकों को बधाई देते हुए उन्होंने बताया कि 11वीं से ही इंजीनियरिंग तथा मेडिकल की तैयारी शुरु कर देनी चाहिये, जिसका लाभ प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के रूप में मिलता है। सफल छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय कोटा क्लासेस की कुशल शिक्षण प्रणाली, टेस्ट सीरीज तथा अच्छी फैकल्टी टीम को दिया।

कोटा क्लासेस के महानिदेशक डॉ. रवि वर्मा एवं कोटा क्लासेस की टीम ने मिठाईयाँ बाँटकर खुशी जाहिर की। ढोल-नगाड़ों के साथ सफल छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि संस्था की ओर से हिन्दी मीडियम के छात्रों के लिए अलग बैच तथा पठन-पाठन सामग्री की व्यवस्था की जाती है। इसी का नतीजा है कि कमजोर से कमजोर छात्र भी सफलता की सीढ़ियां चढ़ता जा रहा है।

सफल छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरूजनों डॉ. रवि वर्मा, इंजी. आलोक वर्मा, राजीव रंजन, बीके सिंह, इंजी. अनूप कुमार, इंजी. ऋषभ कश्यप, पंकज वर्मा, आकाश द्विवेदी, योगेश कुमार, अमरेन्द्र वर्मा, विजय जुमनानी, मुकेश श्रीवास्तव, सुधांशु कुमार, कली रंजन आदि को दिया।



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