नवीन चौहान.
फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने वाले एक दरोगा और उसके साथी सिपाही को डीजीपी ने सस्पेंड कर दिया। दोनों के खिलाफ की गई शिकायत के आधार पर दोनों का आचरण प्रथम दृष्टया गलत पाए जाने पर यह कार्यवाही की गई है।
डीजीपी अशोक कुमार ने दरोगा और सिपाही के खिलाफ जांच बैठा दी है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता राकेश सिंह निवासी विकासनगर ने डीजीपी अशोक कुमार को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें उनके द्वारा चौकी प्रभारी धर्मावाला उपनिरीक्षक दीपक मैठानी एवं और सिपाही त्रेपन पर उनके विरूद्ध फर्जी मुकदमा पंजीकृत कराने एवं मारपीट कर उनके बड़े भाई को फोन करके एक लाख रुपये की मांग करने एवं अन्य तथाकथित आरोप लगाए गए थे।
शिकायतकर्ता द्वारा इस सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक के सामने एक ऑडियो भी प्रस्तुत किया गया था, जिसे सुनकर चौकी प्रभारी और आरोपी सिपाही का आचरण संदेह के घेरे में पाया गया तथा पुलिस की गरिमा के अनुरूप नहीं पाया गया।
जिसका संज्ञान लेते हुए अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने चौकी प्रभारी धर्मावाला एवं उपरोक्त आरक्षी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने हेतु उपरोक्त तथाकथित आरोपों की जांच राजपत्रित अधिकारी से कराने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को निर्देशित किया है।