योगेश शर्मा.
कोतवाली विकासनगर क्षेत्र में गोलाबारी कर एक व्यक्ति की हत्या का प्रयास करने की घटना का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सफल खुलासा किया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार उनके पास से तमंचे और जिंदा कारतूस बरामद किये हैं। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
पुलिस के मुताबिक 10 जुलाई को सुनीता पुत्री जामतु दास निवासी संगम विहार बाबूगढ़ विकासनगर जिला देहरादून ने थाना विकासनगर पर लिखित तहरीर दी कि दिनांक 09-08-2022 को रात्रि में करीब 10 से 11 बजे के बीच सुंदर पाल पुत्र कर्ण सिंह, बिट्टू उर्फ कुलदीप पुत्र करण सिंह तथा मीना पत्नी अशोक कुमार द्वारा मेरे घर संगम विहार विकासनगर में आकर गोलीबारी की गयी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिये।
गोलीबारी की घटना की गम्भीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु प्रभारी निरीक्षक विकासनगर को आवश्यक दिशा निर्देश निर्गत किये गये, जिसके अनुपालन में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तथा क्षेत्राधिकारी विकासनगर के पर्यवेक्षण में थाना विकासनगर पर पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटना स्थल के आसपास लगभग 20 से 25 सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करते हुए मुखबिर की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना के 24 घंटे के भीतर ही मुकदमा उपरोक्त मे नामजद अभियुक्त 01- कुलदीप उर्फ बिट्टू पत्रु करण सिहं निवासी ग्राम शीतलगढी, थाना झिझांना जिला शामली उत्तर प्रदेश उम्र 35 वर्ष 02- संुदर पाल पुत्र करण सिहं निवासी ग्राम शीतलगढी, थाना झिझांना जिला शामली उत्तर प्रदेश उम्र 42 वर्ष को झाड़ो वाला चौक हरर्बटपुर से घटना मे प्रयुक्त मोटर साइकिल सख्या एचआर-05 एके-8471 प्लेटिना, तमंचे, 03 जिन्दा कारतूस व एक खोखा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों के विरूद्ध अवैध हथियार की बरामदगी के आधार पर आयुध अधिनियम मे अभियोग पंजीकृत किया गया है।
पूछताछ में अभियुक्त सुन्दर पाल द्वारा बताया गया कि उसका विवाह जामतु दास की पुत्री सुनीता से कुछ वर्षाे पूर्व हुआ था परन्तु शादी के कुछ वर्ष बाद उनके बीच आपसी विवाद होने के कारण सुनीता अपने मायके आ गयी तथा वहीं रहने लगी। मैने कई बार उसे वापस बुलाने का प्रयास किया पर वह नहीं मानी, जिसे लेकर मेरा पूर्व में उसके पिता जामतु दास से विवाद हो गया था, जिसके सम्बन्ध में उनके द्वारा मेरे विरूद्ध थाना विकासनगर पर एससी- एसटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया था, जिसमें पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके बाद से मैं और अधिक आक्रोशित हो गया तथा उनसे बदला लेने के लिये उनकी हत्या करने की नियत से मेरे द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया था।