जोगेंद्र मावी
कुंभ-2021 की उपेक्षा से आहत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरकी पैड़ी पहुंचकर गंगा में डुबकी लगाई। उन्होंने गंगा पूजन किया और केंद्र और राज्य सरकार की सद्बुद्धि के लिए मां गंगा से प्रार्थना की। हालांकि इसके बाद वे संतों की शरण में जाएंगे। ताकि संतों के द्वारा ही अब कुंभ-2021 का विस्तारीकरण हो सकता है, ताकि उसका लाभ देश की जनता को मिले।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले से ही हरिद्वार में कुंभ-2021 के कार्यों पर लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। उनका आरोप है प्रयागराज में कई हजार करोड़ खर्च कर दिए हैं, लेकिन हरिद्वार में मात्र 500 करोड़ के कार्य ही कराए जा रहे हैं। उनका आरोप था कि इस कार्यों में सौंदर्यीकरण के नाम पर केवल जेबे भरने का काम किया जा रहा है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत संतों के द्वारा कुंभ की अव्यवस्थाओं पर सवाल न उठाने पर भी सवाल उठा चुके हैं। हरिद्वार पहुंचे हरीश रावत अखाड़े के संतों से मिलकर कुंभ के कार्यों के विस्तारीकरण को लेकर अपनी बात रखेंगे।