नवीन चौहान.
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के विकास के लिए दूरदर्शी सोच के साथ कार्य किया. मुख्यमंत्री की कुर्सी का सम्मान करते हुए अपने निजी स्वार्थों को दरकिनार कर जनहित के कार्यों को प्राथमिकता दी. उनके इन कार्यों को जनता कैसे भूल जाए।
जनता का कहना है कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक नहीं ऐसे अनेक फैसले लिए जिनसे सीधे सीधे प्रदेश की जनता को लाभ मिला। उन्होंने एक फैसला लिया महिलाओं को पैतृक संपत्ति में सह खातेदार बनाकर बराबरी का हक दिया। इस फैसले से प्रदेश की करीब 35 लाख महिलाओं को लाभ मिला।
होम स्टे योजना से रोजगार दिया
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में रोजगार पैदा करने के लिए होम स्टे योजना शुरू की। इस योजना का सीधा लाभ जनता को मिला और प्रदेश में पर्यटन को भी बढ़ावा मिला। बाहर से आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को होम स्टे में रूककर घर जैसा माहौल मिला जिससे वह भी खुश हुए।
स्वास्थ्य सेवा में किये कार्य
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भी काफी कार्य किये, इसके लिए प्रदेश में रिक्त चल रहे स्वास्थ्य विभाग के पदों को भरने का काम किया। प्रदेश में दो नए मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति दी। इनमें एक मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में और दूसरा पिथौरागढ़ में खुल रहा है। अटल आयुष्मान योजना का लाभ प्रदेश की जनता को दिलाया।
महिलाओं को ब्याज मुक्त ऋण दिलाया
प्रदेश की महिलाओं को एक और तोहफा देते हुए उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में ब्याज मुक्त ऋण दिलाने के लिए योजना शुरू करायी। इसके तहत महिलाओं को पांच लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिलाया गया।
जल जीवन मिशन
इस मिशन के तहत प्रदेश के हर घर में स्वच्छ और साफ पीने का पानी उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया गया। इस योजना का लाभ प्रदेश की काफी जनता को हुआ। जनता ने भी इस योजना को काफी सराहा। इसके अलावा सौंग बांध परियोजना को पर्यावरण स्वीकृति दिलाने में योगदान दिया।
रूरल ग्रोथ सेंटर से अर्थव्यवस्था में सुधार
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण योजना रूरल ग्रोथ सेंटर की स्थापना की गई, इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारना था। अब तक इस योजना के तहत 106 ग्रोथ सेंटर की स्थापना की गई है।