राज्य स्तरीय वूशु चैंपियनशिप में हरिद्वार के खिलाड़ियों का रहा दबदबा




नवीन चौहान.
हरिद्वार। उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद महाराज ने कहा कि मनुष्य जीवन में खेलों का अहम योगदान है। खेल से जहां हमारा स्वास्थ्य सही रहता है, वहीं हमारा मानसिक विकास भी होता है। उन्होंने कहा कि खेल राष्ट्रीय भावना और राष्ट्रीय एकता अखंडता को मजबूत करने में अहम योगदान प्रदान करते हैं।

स्वामी यतीश्वरानंद रविवार को गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम में दसवीं दो दिवसीय राज्य स्तरीय वूशु चैंपियनशिप 2021 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे । इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्वामी यतिश्वरानंद महाराज ने वुशु मार्शल आर्ट खेल के विजेता खिलाड़ियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक बांटे।

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हरिद्वार के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। सबसे ज्यादा पदक हरिद्वार के खिलाड़ियों ने जीते। स्वर्ण पदक जीतने वालों में हरिद्वार, उधम सिंह नगर और देहरादून जिले के खिलाड़ियों का बोलबाला रहा।

कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद महाराज ने कहा कि मार्शल आर्ट वूशु खेल में अपार संभावनाएं हैं। ओलंपिक में जल्दी ही यह खेल शामिल होगा। भारत के युवा ओलंपिक में सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक लेकर देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय आध्यात्मिक, शैक्षिक, बौद्धिक भूमि के साथ-साथ क्रीडा भूमि भी है। गुरुकुल ने देश को बौद्धिक प्रतिभाएं देने के साथ-साथ कई खेल प्रतिभाएं भी दी है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए कई क्षेत्रों में राज्य सरकार ने अहम काम किया है। उन्होंने हरिद्वार जिले में वूशु अकादमी के लिए अपनी विधायक निधि से 5 लाख रुपए का आवश्यक सामान देने की घोषणा भी की। उन्होंने उत्तराखंड में वूशु खेल को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कोच आरती सैनी के प्रयासों की सराहना की।

इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री ने घोषणा करते हुए कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में वूशु अकादमी खोली जाएगी। वूशु मार्शल खेल को आगे बढ़ाने के लिए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद और कुलपति प्रोफ़ेसर रूप किशोर शास्त्री की घोषणाओं का वूशु एसोसिएशन की राष्ट्रीय कोच और कार्यक्रम की संयोजिका आरती सैनी ने स्वागत करते हुए कहा कि उनके इन प्रयासों से इस खेल को बढ़ावा मिलेगा।

इस अवसर पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली के खेल निदेशक प्रोफ़ेसर विक्रम सिंह, गुरुकुल विद्यालय के मुख्य अधिष्ठाता पंडित दीनानाथ शर्मा, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अजय मलिक ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शिव कुमार चौहान ने किया।

इस मौके पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह अंग वस्त्र भेंट किया गया। उनका स्वागत करने वालों में वूशु एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष अमित सैनी, कोच दुष्यंत कुमार सैनी, रूसी, ईशा सैनी, संजय आर्य, डॉ राधिका नागरथ, लव कुश, अश्विनी कुमार, सुनील कुमार, निलेश जोशी, विपिन कुमार, वीरेंद्र राठौर, अरविंद, विजय खड़का आदि प्रमुख रहे।



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