हरिद्वार कुंभ: कोरोना और जिला प्रशासन और मेला पुलिस की अग्निपरीक्षा





नवीन चौहान
कोरोना संक्रमण काल में हरिद्वार कुंभ 2021 का दूसरा शाही स्नान जिला प्रशासन और कुंभ मेला पुलिस की अग्निपरीक्षा की घड़ी है। दूसरे शाही स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए मेला पुलिस युद्ध स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था करने की तैयारी कर रहा है। आईजी संजय गुंज्याल मेला पुलिस को भीड़ प्रबंधन के गुर सिखा रहे है। वही दूसरी ओर जिलाधिकारी सी रविशंकर श्रद्धालुओं और हरिद्वार के स्थानीय नागरिकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बचाकर रखने के लिए व्यापक स्तर पर प्रबंध कर रहे है। जिला प्रशासन की आंखों से नींद गायब है। प्रशासनिक अधिकारियो के माथे पर चिंता की लकीरे साफ दिखाई दे रही है। केंद्र सरकार की एसओपी का पालन कराना कठिन चुनौती बन गया है। जिसके लिए दूसरे राज्यों से सहयोग लिया जा रहा है।
उत्तराखंड के नव नियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश की कमान संभालते ही सभी देशवासियों को कुंभ स्नान के लिए आमंत्रित कर दिया था। जिसके बाद देशभर के तमाम श्रद्धालुओं ने हरिद्वार कुंभ स्नान की तैयारियों शुरू कर दी। वही कुंभ पर्व की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे मेला प्रशासन ने भी कमर कस ली। गढवाल कमिश्नर रविनाथ रमन ने हरिद्वार कुंभ के दूसरे शाही स्नान को सकुशल सपन्न कराने के लिए हरिद्वार में ही कैंप कर लिया। मेलाधिकारी दीपक रावत संतों की तमाम समस्याओं को दूर करने में जुट गए। आईजी संजय गुंज्याल दूसरे शाही स्नान की सुरक्षा व्यवस्थाओं की तैयारियों में लग गए। मेला व स्थानीय पुलिस बल को स्नान पर्व के दृष्टिगत ब्रीफ किया जाने लगा। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर के सामने कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बचाने की है। हरिद्वार में कोरोना संक्रमण तेज गति से पैर पसार रहा है। पहले शाही स्नान के बाद से जब फ्रंट लाइन वर्कर की आरटीपीसीआर जांच कराई तो सं​क्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा। वर्तमान हालात में हरिद्वार जनपद में 130 मरीज कोरोना संक्रमित है। जबकि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत खुद कोरोना संक्रमण से मुकाबला कर रहे है। ऐसे विकट स्थिति में कुंभ के दूसरे शाही स्नान के दृष्टिगत जिलाधिकारी सी रविशंकर ने केंद्र और राज्य सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर रखी है। आरटीपीसीआर जांच सेंटर बढ़ा दिए गए है। कोविड केयर सेंटरों की संख्या में बढोत्तरी की गई है। वैक्सीनेशन ड्राइव युद्ध स्तर पर जारी है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर तमाम विपरीत परिस्थितियों के दृष्टिगत व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटे है। लेकिन उनके सामने सबसे विकट समस्या हरिद्वार की सीमाओं पर श्रद्धालुओं की आरटीपीसीआर जांच कराने की है। जिलाधिकारी सी रविशंकर इस अग्निपरीक्षा की चुनौती से निबटने के लिए पूरी तैयारी कर रहे है।

हरिद्वार में उमड़ सकता हैै आस्था का सैलाब
हरिद्वार में 12 साल बाद लगने वाले आस्था के सबसे बड़े मेले कुंभ पर्व में भयंकर भीड़ उमड़ सकती है। पहले शाही स्नान में जहां तमाम सरकारी और प्रशासनिक प्रतिबंधों के बाद भी 32 लाख लोगों की भीड़ हरिद्वार पहुंची थी। अगर दूसरे शाही स्नान में श्रद्धालुओं भीड़ की संख्या एक करोड़ के पार पहुंच गई तो कुंभ मेला पुलिस और प्रशासन के हाथ पैर फूलना तय है। कैसे स्थिति नियत्ररण होगी। श्रद्धालुओं को ठहराने के लिए प्रर्याप्त स्थान नही होगा। श्रद्धालुओं को सीमाओं पर वापिस भेजने के लिए पर्याप्त पुलिस बल भी नही होगा। शहर की सड़कों पर जनमानस की संख्या अधिक होगी। वही दूसरी ओर कोविड की परिस्थिति हरिद्वार के हालात को बिगाड़ने के लिए तत्पर होगी।



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