नवीन चौहान.
उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य की चारधाम यात्रा को रद्द कर दिया है। हालांकि उन्होंने कहा है कि चारधामों के कपाट अपने निर्धारित समय पर ही खुलेंगे, लेकिन केवल पुजारी और पुरोहित ही धामों में पूजा अर्चना करेंगे।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए किया चारधामों के कपाट खुलने के बाद तीर्थ यात्रियों को वहां जाने की अनुमति नहीं होगी। गुरुवार को इस संबंध में एक बैठक आयोजित की गई जिसके बाद मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि चारों धाम के कपाट अपने तय समय पर खुलेंगे। लेकिन केवल पुजारी और पुरोहित ही धामों में पूजा अर्चना करेंगे। यात्रियों को वहां जाने की अनुमति नहीं होगी।
गुरुवार को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सभागार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में बैठक की गई। इसमें देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन, अपर सचिव पर्यटन जुगल किशोर पंत, बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, अपर निदेेशक विवेक चौहान के अलावा चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों के डीएम व एसपी भी मौजूद रहे। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ.हरीश गौड़ के मुताबिक मई में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने यह फैसला लिया है।
ये है कपाट खुलने का प्रस्तावित समय
केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को मेष लग्न में सुबह पांच बजे खोले जाएंगे। भगवान बद्री विशाल के कपाट श्रद्धालुओं के लिए 18 मई प्रातः 4:15 पर खोल दिए जाएंगे। गाडू घड़ा यात्रा 29 अप्रैल को सुनिश्चित की गई है। श्री गंगोत्री धाम व यमनोत्री धाम के कपाट 14 मई को खोले जाएंगे।