पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का तोहफा, नेचर पार्क में प्रकृति दर्शन, देंखे वीडियो





नवीन चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर पर्यटकों को प्रकृति के रूप में सबसे बड़ा तोहफा नेचर पार्क के रूप में दिया है। सौंग नदी का कल—कल बहता जल और चिड़ियों की चहचाहट और पेड़ों की शुद्ध हवा देश—विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र बनकर तैयार है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रकृति प्रेम की एक झलक भी यहां दिखाई पड़ेगी। करीब साढ़े छह करोड़ की लागत से लच्चीवाला के नेचर पार्क में आपको प्रकृति के साक्षात दर्शन होंगे। यहां आपका दिल भी लगेगा और मन को शांति भी मिलेगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेचर पार्क का उदघाटन किया तो पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की दूरदर्शी सोच की भी सराहना की। सबसे बड़ी बात यह कि वन विभाग की टीम ने कोरोना संक्रमण काल की विपरीत परिस्थितियों में 150 दिनों में नेचर पार्क को पर्यटकों के लिए तैयार किया है।
हरिद्वार — देहरादून नेशनल हाईवे पर डोईवाला से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित लच्छीवाला नेचर पार्क पर्यटकों के सबसे बड़े आकर्षण का केंद्र है। इस नेचर पार्क को खूबसूरत बनाने की दूरदर्शी सोच डोईवाला के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक विजन रहा। जिसको उन्होंने पूरा कर दिखाया।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने न्यूज127 से खास बातचीत में बताया कि यह अपने नाम के अनुरूप ही नेचर पार्क है। बिलकुल अपने नाम को साबित करता है। प्रकृति से बिना किसी छेड़छाड़ के इस पार्क को खूबसूरत तरीके से विकसित किया गया है। जिसमें आप सपरिवार आ सकते है। प्रकृति का आनंद ले सकते है। सौंग नही का बहता हुआ पानी और शुद्ध हवा आपका मन मोह लेगी। संग्राहलय है। बाहर से आयात किए गए वृक्ष है। इन वृक्षों की आयु करीब सौ बर्ष की है। वृक्षों के शानदार बगीचे को तैयार किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सोच के बारे में बताया कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को कुछ अलग दिखना चाहिए। प्राकृतिक सौंदर्य की झलक उनको दिखाई देनी चाहिए। नेचर पार्क में स्थित संग्राहलय पर्यटकों को उत्तराखंड की संस्कृति से जोड़ने का कार्य करेगा। फारेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट का पूरे विश्व में नाम है। नेचर पार्क भी उसी क्रम में हिस्सा बनेगा। पर्यटकों को लाइट एंड साउंड सिस्टम में प्रकृति को संरक्षित करने का संदेश भी मिलेगा और प्रकृति प्रेम को प्रेरित करेगा। देशभक्ति गीत आपको भावुक करेगा।
नेचर पार्क को तैयार करने के लिए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की ओर से वन विभाग को पांच करोड़ का ऋण और डेढ करोड़ करीब सीआरएस की मद से दिया गया। पयटकों से एक सामान्य शुल्क लेकर ऋण की राशि को चुका दिया जायेगा। इस नेचर पार्क में पर्यटकों का दिल रमेगा और प्रकृति के वास्तविक दर्शन होंगे।

बताते चले कि नेचर पार्क का उदघाटन करने आए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का दिल भी प्रकृति में रम गया। करीब चार घंटे वह कार्यक्रम में रहे और नेचर पार्क को घूम—घूमकर देखा। प्रकृति को नजदीक से देखा और आनंद लिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस अनूठे प्रयोग की प्रशंसा भी की।



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