पिरूल से बने उत्पादों की प्रदर्शनी में पहुंचे पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी और अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी




नवीन चौहान.
जीएमएस रोड़ पर औरा किचन एंड स्पिरिट्स में पहाड़ की महिलाओं द्वारा निर्मित पिरूल के उत्पादों की प्रदर्शनी में दूसरे दिन भी बहुत चहल पहल रही।

उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी एवं उत्तराखंड शासन में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने भी प्रदर्शनी में पहुँच कर पिरूल से बने उत्पादों को देखा। उन्होंने युवा उद्यमी कृति रावत एवं स्नेहिल शाह को भी उत्साहित किया एवं शुभकामनाएं दीं। राधा रतूड़ी ने कहा, पिरूल को अब तक जंगलों में आग के लिये उत्तरदायी माना जाता था, किन्तु अब से पिरूल रोज़गार के साथ आजीविका भी देगा। इससे पर्यावरण संरक्षण भी होगा।

हिमालयन थ्रेड्स एवं शैल रचना आर्टिजन सोसायटी उत्तराखंड में तेज़ी से उभरते स्टार्टअप हैं जो कृति रावत, स्नेहिल शाह का इन्हीं के द्वारा पहाड़ की महिलाओं को प्रशिक्षित कर पिरूल चीड़ की पत्तियों द्वारा विभिन्न प्रकार के आकर्षक एवं दैनिक रूप से उपयोग में आने वाले दर्जनों उत्पाद बनाए जाते हैं। इसके साथ ही यहाँ सिल्क से बने सूट तथा साड़ियां ,स्टोल एवं विभिन्न प्रकार के शुद्ध शहद भी बिक्री हेतु उपलब्ध हैं। ये प्रदर्शनी 26 से 28 दिसम्बर तक आयोजित की जा रही है।

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र की बेटी कृति ने की सराहनीय पहल
प्रदर्शनी के पहले दिन देहरादून और आसपास के अनेक संभ्रांत लोगों जिनकी सजावट की एवं दैनिक उपयोगी नई वस्तुओं में रुचि होती है, वे प्रदर्शनी में आये एवं अपनी पसंद की वस्तुओं की खरीददारी की। प्रदर्शनी में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं डोईवाला विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत भी पधारे। उन्होंने ग़ौर से पिरूल से बने इको फ़्रेंडली उत्पादों को देखा और जानकारियां प्राप्त की।

हिमालयन थ्रेड्स एवं शैल रचना आर्टिजन सोसायटी उत्तराखंड में तेज़ी से उभरता स्टार्टअप हैं जो त्रिवेंद्र सिंह रावत की सुपुत्री कृति रावत एवं स्नेहिल शाह द्वारा पहाड़ की महिलाओं को प्रशिक्षित कर इस प्रकार के अनेकों स्थानीय उत्पादों को बाज़ार उपलब्ध कराते हैं।

पिरूल से बने उत्पाद जहाँ बहुत हल्के एवं आसानी से सहेजकर रखे जा सकते हैं, वहीं ये लंबे समय तक उपयोग में लाये जा सकते हैं। हिमालयी राज्यों में पिरूल वनाग्नि फैलाता है, जैव विविधता को नष्ट करता है, इसीलिए इसे अभिशाप भी कहते हैं। किंतु इस प्रकार पिरूल के उत्पादों के माध्यम से जहाँ रोज़गार एवं आजीविका मिल रही है, वहीं पर्यावरण एवं संस्कृति-कला का संरक्षण भी हो रहा है।

प्रदर्शनी में पधारे अनेक गणमान्य लोगों में देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा एवं अलकनंदा अशोक एवं कुहू गर्ग (अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी) भी थे।

अलकनंदा ने बताया कि कृति, स्नेहिल जैसी युवा उद्यमियों को उत्साहित किया जाना चाहिये। तभी अन्य महिलाएं भी इस प्रकार आगे आयेंगी और आत्मनिर्भर बनेंगी।



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