नवीन चौहान.
भाजपा पार्षद के भाई से बिजली कनेक्शन के नाम पर 20 हजार की रिश्वत लेने के मामले में ऊर्जा निगम के एक एसडीओ को विजिलेंस की टीम ने हरिद्वार से रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से ऊर्जा निगम में हड़कंप मच गया।
पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान मुख्यालय धीरेंद्र गुंज्याल के मुताबिक हरिद्वार में जगजीतपुर के राजा गार्डन से भाजपा पार्षद लोकेश पाल के भाई महेश पाल ने खोखरा तिराहा के पास अपने नए मकान में बिजली का कनेक्शन लेने के लिए आवेदन किया था। उन्होंने अपना यह आवेदन करीब चार महीने पहले ऑनलाइन किया था।
आरोप है कि क्षेत्र के एसडीओ संदीप शर्मा रिपोर्ट आदि का बहाना बनाकर कनेक्शन देने में टाल मटोल कर रहे थे। महेश का आरोप है कि एसडीओ ने उनसे कनेक्शन की एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जिसके बाद उसने इसकी सूचना विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 पर दी।
शिकायत मिलने पर विजिलेंस की टीम ने एसडीओ को रंगे हाथ पकड़ने के लिए अपना जाल बिछा दिया। विजिलेंस टीम की तय योजना के अनुसार शनिवार दोपहर महेश पाल पैसे लेकर पहुंचा। जैसे ही एसडीओ ने उससे यह रकम पकड़ी, विजिलेंस ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया।
विजिलेंस टीम पूछताछ के बाद एसडीओ को अपने साथ देहरादून लेकर रवाना हो गई। एसडीओ संदीप शर्मा के देहरादून में मालसी स्थित घर में भी छापेमारी की गई। आरोपी एसडीओ संदीप शर्मा ऊर्जा कामगारों के संगठन से जुड़ा है और कर्मचारियों का नेता भी है। निदेशक सतर्कता अमित कुमार सिन्हा ने विजिलेंस टीम को इनाम देने की घोषणा की है।