सीसीएस यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कही ये बातें




नवीन चौहान.
चौधरी चरण सिंह विवि के दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री उ0प्र0 डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि दीक्षांत समारोह की विद्यार्थी मनोयोग से प्रतीक्षा करता है। उन्होंने कहा कि आज जिन छात्र-छात्राओ को गोल्ड मेडल मिले है उसमें छात्राओं की संख्या छात्रों की संख्या के मुकाबले काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि यह सब प्रधानंमंत्री व राज्यपाल महोदया की बेटी बचाओ, बेटी पढाओ व बेटी बढाओ की सोच के तहत हुआ है। उन्होंने कहा कि बेटियां शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ रही हैं, यह अच्छा संकेत है।

उन्होंने कहा कि डिग्रियां पाना शिक्षा का अंत नहीं है। विद्यार्थी हमेशा अनवरत पढने की भूमिका में रहता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा पत्र में 10 वि0वि0 खोलने की बात कही थी। वर्तमान सरकार के 4.5 कार्यकाल में ही 12 वि0वि0 बनने का कार्य बिल्कुल अंतिम चरण में है। उन्होने कहा कि गत 4.5 वर्षों में 78 महाविद्यालय व 450 विद्यालय बनाये गये है तथा चौ0 चरण सिंह वि0वि0 में संस्कृत विभाग खोलने की अनुमति दी गयी व पद सर्जन किया गया।

उन्होंने बताया कि सरकार आफ कैम्पस की व्यवस्था पर कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि अब विदेशो से विद्यार्थी आकर भारत में पढ रहे है। उन्होने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में भी उ0प्र0 अग्रणी रहा है। उन्होने कहा कि डिजिटल लाइबे्ररी खोलने का कार्य किया गया जिसमें 78 हजार से अधिक ई कंटेंट लेक्चर व वीडियो अपलोड कराये गये इस कार्य में भी चौ चरण सिंह वि0वि0 अग्रणी रहा है। उन्होने कहा कि वि0वि0 ने स्थापना के बाद से नये आयाम स्थापित किये है। रोजगारपरक पाठयक्रमो में भी वि0वि0 ने बढचढकर भाग लिया।

उन्होंने बताया कि कौशल विकास व लघु उद्योगो के बीच एमओयू साईन हुआ है जो नयी चीजो को विद्यार्थियो को सीखाने व रोजगार सृजन में सहायक होगा। उन्होने कहा कि पढते-पढते विद्यार्थी को रोजगार उपलब्ध हो इसके प्रयास किये जा रहे है। उन्होने कहा कि वि0वि0 में विभिन्न शोधपीठ दिये गये है जिसमें अलग-अलग शोध कराये जा रहे है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार नवाचार को बढावा दे रही है तथा स्टार्टअप योजना में रू0 01 हजार करोड के बजट का प्रावधान किया गया है। विद्यालय व महाविद्यालयो में हजारो पदो पर निष्पक्ष व पारदर्शी ढग से भर्तियां करायी गयी है।

उन्होने कहा कि जब भी वह आये है तब वि0वि0 के अध्यापको की मांग पर स्नातक व परास्नातक में शोध कार्य की अनुमति की मांग को सरकार द्वारा माना गया है। उन्होने कहा कि अब असिस्टेन्ट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर व उसके बाद प्रोफेसर का पदनाम भी देने की व्यवस्था की गयी है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार नयी शिक्षा नीति पर आगे बढ रही है। उन्होने कहा कि भारत की मेधा शक्ति दूसरे देशो में जाकर कौशल दिखा रही है। उन्होने कहा कि उन्हे कुछ कार्यक्रमो में अमेरिका जाने का अवसर प्राप्त हुआ वहां विभिन्न विद्यालयों में अध्यापक व अन्य जगहो पर इंजीनियर आदि भारतीय मूल के ही है।

उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि पश्चिमी उ0प्र0 में गंगा जमुनी संस्कृति में युगयुगीन परंपरा में हर प्रकार के परिवर्तन का साक्षी, पैराणिक महत्व की नगरी मेरठ आज भी अपनी थाती को अग्रसर करने में पूर्ण मनोयोग से लगी हुयी है। इसी उर्वर धरती पर 1857 के राष्ट्रीय स्वातन्त्रय संग्राम की चिंगारी को हमने ज्वालामुखी बनते पढा और सुना है। यह क्षेत्र सदैव ही समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चला है और आज भी यह चल रहा है और इन सब में किसानो के अग्रदूत, अजातशत्रु पूर्व प्रधानमंत्री चौ चरण सिंह जी के नाम पर स्थापित इस वि0वि0 ने अपना अप्रतिम योगदान दिया है।

उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि मैं मूलतः शिक्षक हॅू और एक शिक्षक के लिए दीक्षांत में सम्मिलित होने से अधिक महत्वपूर्ण अन्य कुछ भी नहीं हो सकता और मुझे यह देखकर और अधिक आनंद हो रहा है कि इस मंच पर कुलाधिपति सहित सभी व्यक्तित्व मूलतः शिक्षक ही है और उसी रूप में सबने अपने दायित्वो को निर्वहन किया है और आज भी कर रहे है।

उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा जी ने कहा कि भारत ने नानाविध रूपो में विश्व का मार्गदर्शन किया है। इस बात को मैगस्थनीज से लेकर वर्तमान में नोम चोमस्की, नासा के डायरेक्टर जनरल तक मुक्त कंठ से स्वीकार कर चुके है। हमारी संस्कृत भाषा के महत्व ने प्राचीन समय से लेकर कम्प्यूटर के व्यवहार तक सबको अपनी ओर आकृष्ट किया है। आटिफिशियल इंटेलिजेंस की सर्वाधिक उपयुक्त भाषा संस्कृत को ही माना गया है। क्योकि यह अधिक तर्कपूर्ण एवं गणना योग्य और वैज्ञानिक है। इसका व्याकरण सबसे सटीक है। शिक्षा नीति के अनुरूप नवीन पाठयक्रमो के निर्माण में भी हमारा प्रदेश सर्वप्रथम रहा है। अकादमिक सत्र 2021-22 से हमने स्नातक स्तर पर नवीन पाठयक्रमों को लागू कर दिया है और स्नातकोत्तर स्तर तथा आनर्स के पाठयक्रमों पर दु्रतगति से कार्य चल रहा है। हमें आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास हे कि अगले सत्र से हम उन्हें भी लागू कर देेंगे।

उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग ने मेधावी छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार की प्रोत्साहन योजनाओ को लागू किया है। कम्प्यूटर और टेबलेट वितरण की व्यवस्था हेतु भी कार्यक्रम चल रहा है। यह वि0वि0 222 एकड के विशाल क्षेत्र में अवस्थित है। लगभग 90 पाठयक्रमों के संचालन के दायित्व का निर्वहन तत्परता से कर रहा है। सौर उर्जा के क्षेत्र में यह प्रदेश का प्रथम वि0वि0 है, कूडा करकट निस्तारण संयंत्र की स्थापना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग की इकाइयो में बढोत्तरी, घरेलू गैस की पाइप लाइन की पहल, प्लास्टिक मुक्त परिसर तथा गांव को गोद लेकर उनके स्वाभिमान विकाास की पहल आदि। कोविड 19 महामारी के दौरान भी इस वि0वि0 ने पने सामाजिक दायित्वो की पूर्ति में कोई कमी नहीं छोडी है।

उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा जी ने कहा कि मैं आज इस दीक्षांत समारोह के पावन अवसर पर आप सबको अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूॅ और यह आशा करता हूॅ कि आपके अंदर का विद्यार्थी सदैव सीखने के लिए तत्पर रहेगा क्योकि सीखना कभी भी बंद नहीं होता, यह तो जीवनपर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है।



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