डीएवी: सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर रणबीर सिंह बोले वैदिक विचारों और नैतिक मूल्यों का समन्वय




नवीन चौहान
सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर रणबीर सिंह ने कहा कि वैदिक विचारों और नैतिक मूल्यों का समन्वय ही वैदिक चेतना सम्मेलन का उददेश्य है। उन्होंने वैदिक​ चेतना सम्मेलन के आयोजन की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और बच्चों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि तीन व्यक्तित्व ही बच्चों को श्रेष्ठ बना सकते है। मातृदेव, पितृदेव और गुरूदेव के व्यक्तित्व की पूजा करने वाले बच्चे भगवान को पा सकते है। यह तीनों व्यक्तित्व ही बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतनशील रहते है।

डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर रणवीर सिंह बतौर मुख्य अतिथि अपना आशीर्वाद देने पहुंचे। उन्होंने स्कूल के बच्चों की तमाम सांस्कृतिक, राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियों की प्रशंसा की और सराहना करते हुए अपने आशीर्वचन से बच्चों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि आज के समय में वैज्ञानिक विकास के साथ वैदिक विचारों और नैतिक मूल्यों का समन्वय करना होगा।

उन्होंने उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर बधाई दी। तथा अपनी मातृभूमि उत्तराखंड के प्रति श्रद्धा अर्पित की। उन्होंने बच्चों के सर्वागीण विकास में थ्री पी के महत्व पर प्रकाश डाला। तीनों शक्तियां आपको प्रगृति के पथ पर ले जायेगी। स्वाध्याय के महत्व, विद्यार्थी के विकास में माता-पिता का योगदान, नई शिक्षा नीति को लागू करना माता-पिता और गुरु की शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया।

उन्होंने बच्चों को सेल्फ स्टडी पर करने पर जोर दिया। सेल्फ स्टडी करने वाले बच्चों को आगे बढ़ने से कोई रोक नही सकता। उन्होंने सभी माता-पिता से स्वाध्याय करने का अनुरोध किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एक ऐसा दस्तावेज है जो बच्चों की उन्नति के साथ-साथ राष्ट्र के निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नई शिक्षा नीति को कारगर तरीके से लागू करने की अपील की है कि भारत का भविष्य सुंदर और शानदार हो सके। रणबीर सिंह ने कठिन परिस्थितियों में शिक्षा अर्जित करने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में मुकाम हासिल किया। उनकी सकारात्मक ऊर्जा बच्चों में नई ऊर्जा प्रदान करती है। इस अवसर पर उन्होंने तमाम स्कूली के साथ सेल्फी खिचाई और पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया।



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