नवीन चौहान
उत्तराखंड कांग्रेस की कद्दावर नेता डॉ. इंदिरा हृदयेश पंचतत्व में विलीन हो गई। सोमवार को रानीबाग के चित्रशिला घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित भाजपा और कांग्रेस के कई नेता उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने पहुंचे। अंतिम संस्कार के दौरान हर किसी की आंखें नम दिखायी दी। लोगों का कहना है कि इंदिरा हृदयेश जैसी नेत्री की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। वह हमेशा जनता की आवाज को उठाने का काम करती रही। सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाते हुए उन्होंने सदैव प्रदेश की जनता के लिए काम किया। विपक्ष में रहने के दौरान भी सत्ता पक्ष के कई नेता उनसे गंभीर मुददों पर चर्चा कर लेते थे।
गढ़वाल के कद्दावर कांग्रेस नेता हेमवती नंदन बहुगुणा के संपर्क में आने पर उनका राजनीति से जुड़ाव हुआ। पहली बार 32 वर्ष की आयु में वह गढ़वाल कुमाऊं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उतर प्रदेश विधान परिषद की सदस्य बनीं। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। राजनीति के क्षेत्र में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनायी।