नवीन चौहान
हरिद्वार में होने जा रहे कुंभ—2021 में गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अह्म कदम उठाया है। जिसके तहत प्लास्टिक को प्रतिबंधित करते हुए पानी के लिए मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करने पर जोर रहेगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने माटी कला बोर्ड, उद्योग निदेशालय की ओर से आयोजित विद्युत चलित चाक वितरण समारोह में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि कुम्हारी कला से जुड़े लोग अपनी कला से मिट्टी को मूल्यवान वस्तुओं और कलाकृतियों में बदल देते हैं। इनकी सहूलियत के लिए सरकार इन्हें विद्युत चाक वितरित कर रही है। साथ ही उन्हें माटी गूंथने की 200 मशीनें भी दी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिट्टी से बर्तन बनाने का प्रशिक्षण केंद्र खोलने को भी मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि इस बार हरिद्वार में होने वाला कुंभ में प्रयास किया जाएगा कि प्लास्टिक की बोतल के बजाय मिट्टी के बर्तनों में पानी उपलब्ध हो। इससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुम्हार भाई आत्मनिर्भर भारत के महत्वपूर्ण अंग हैं। आधुनिक तकनीक व नए प्रयोग करते हुए स्वरोजगार के लिए इस व्यवसाय में काफी संभावनाएं है।