नवीन चौहान.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भाजपा को बड़ा झटका दिया है। सोमवार को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने अपने विधायक बेटे संजीव आर्य के साथ भाजपा का दामन छोड़कर भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे संजीव आर्य आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इससे पहले दो कांग्रेसी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य बाजपुर सीट से विधायक हैं और उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल सीट से विधायक हैं। यशपाल आर्य के पास परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन और आबकारी विभाग शामिल थे।
यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। भाजपा ने तब दोनों को प्रत्याशी भी बनाया था। दोनों ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद भाजपा सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया। यशपाल पूर्व में उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। यशपाल आर्य पहली बार 1989 में खटीमा सितारगंज सीट से विधायक बने थे। वह पहले भी काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं।
दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की उपस्थिति में प्रेस वार्ता में यशपाल और संजीव आर्य ने कांग्रेस में वापसी की घोषणा की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व सीएम हरीश रावत भी मौजूद रहे।