नवीन चौहान
प्रदेश में सरकार कोरोना गाइड लाइन का अभी भी सख्ती से पालन करा रही है। मास्क न होने पर आम आदमी का पुलिस चालान भी कर रही है। लेकिन प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और जिले के जिम्मेदार स्वास्थ्य अधिकारी ही जब बिना मॉस्क के नजर आएंगे तो जनता में क्या संदेश जाएगा।
ऐसा ही हुआ हरिद्वार के एक कार्यक्रम में। जिसमें कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और सीएमओ डॉ एसएन झा मौजूद थे लेकिन दोनों के ही चेहरों से मॉस्क गायब था। यहां बतादें कि कोविड गाइड लाइन के मुताबिक सार्वजनिक स्थल पर अभी मास्क अनिवार्य है। जनता को मास्क लगाने के लिए सरकार, प्रशासन और पुलिस प्रेरित कर रही है। मास्क का उल्लघंन करने वालों के चालान काटे जा रहे हैं। गरीब जनता पुलिस के सामने चालान न काटने के लिए गिडगिड़ाती है। लेकिन, पुलिस भारी मन रखते हुए गरीब जनता का चालान कर रही है। इतना सब होने के बावजूद यदि प्रदेश के जिम्मेदार मंत्री और उनके समर्थकों के अलावा वहां मौजूद सीएमओ ही मास्क नहीं लगाएंगे तो जनता में क्या संदेश जाएगा।
दरअसल उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने वेद मंदिर स्थित अपने आश्रम से हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की जनता को दो एंबुलेंस समर्पित की। एंबुलेंस को क्षेत्रों में रवाना करने से पूर्व एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इनमें से एक एंबुलेंस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लालढांग और दूसरी एंबुलेंस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फेरूपुर में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए तत्पर रहेगी। बुधवार सुबह इन दोनों एंबुलेंस को कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
लेकिन गौर करने वाली बात यह रही कि कोरोना संक्रमण काल में इस दौरान सिर्फ एक व्यक्ति ने मास्क लगाया हुआ था। कैबिनेट मंत्री और उनके समर्थकों का मास्क चेहरे से नदारद था। कार्यक्रम में मौजूद मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसएन झा ने भी मास्क नहीं लगाया हुआ था।
चूंकि हरिद्वार जैसे संवेदनशील जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी के चेहरे से भी यदि मास्क गायब मिलता है जो जनता का सवाल लाजिमी है। लोगों का कहना है कि हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर हमेशा मास्क लगाकर जनता को संदेश देते है। मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील करते है।
इस संबंध में जब सीएमओ झॉ एसएन झा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बारिश के कारण कुछ देर के लिए मास्क हटाया था। हो सकता है कि उसी वक्त यह फोटो ली गई हो। बारिश की वजह से भी मौके पर सामाजिक दूरी का पालन ठीक से नहीं हो रहा था।
कांग्रेस पार्षद अनुज सिंह का कहना है कि कैबिनेट मंत्री जी की सरकार है, वह मास्क लगाए या नहीं कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन सीएमओ के मास्क न लगाने से एक गलत संदेश समाज में जाएगा। उन्हें आगे से इसका ध्यान रखना चाहिए।
ज्वालापुर के व्यापारी नेता पुनीत गर्ग का कहना है कि मास्क और सामाजिक दूरी का पालन तो सभी के लिए समान है। मंत्री हो या आम नागरिक सभी नियमों में बंधे है। फिर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद हो या सीएमओ और कार्यकर्ताओं को मास्क लगाना चाहिए था।