नवीन चौहान.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान विधायक डोईवाला त्रिवेंद्र सिंह रावत इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने इस बारे में पार्टी हाईकमान को भी अवगत करा दिया है। इस संबंध में त्रिवेंद्र सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी पत्र लेकर अवगत कराया है।
पार्टी अध्यक्ष जेपी नडडा को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वह वर्तमान समय में प्रदेश में होने वाले चुनाव में पार्टी की जीत के लिए काम करना चाहते हैं, इसी कार्य में अपना पूरा समय देना चाहते हैं इसलिए वह इस बार चुनाव लड़ना नहीं चाहते।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस बार चुनाव न लड़ने का निर्णय लेकर फिर से साबित कर दिया है कि उनका दिल बड़ा है, वह महत्वकांशी नहीं है। वह ऐसे नेता नहीं है जो पहले अपने लिए और फिर अपने परिवार के लिए पार्टी पर टिकट का दबाव बनाए।
उन्होंने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि वह संगठन के सिपाही है और संगठन के लिए ही पूरे समर्पित भाव से काम करेंगे। सीएम जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहने के बावजूद उनमें कभी किसी तरह का घमंड नहीं आया, उन्होंने हमेशा जनता के हित को सर्वोपरि समझते हुए कार्य किया।
सीएम पद पर रहते हुए जितने भी फैसले लिए वह जनता के हित को ध्यान में रखकर लिए। उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए कोई निर्णय नहीं लिया। जनता के हितों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरू की। प्रदेश की जनता के वह लोकर्पिय रहे। उनके शासन में सरकार पर एक भी दाग नहीं लगा।
अब देखना यही है कि उनके स्थान पर संगठन किसे डोईवाला सीट पर टिकट देता है। जैसा की वह कह चुके हैं कि वह केवल संगठन के लिए काम करना चाहते हैं तो ऐसे में प्रदेश में पार्टी को बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कराने की जिम्मेदारी भी उन पर आ गई है।