नवीन चौहान
विधानसभा चुनाव 2022 के रोमांचक मुकाबले की रेन की शुरूआत में ही कांग्रेस ने बढ़त बना ली। भाजपा सरकार में केबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य और उनके सुपुत्र को कांग्रेस में शामिल करके भाजपा को बड़ा झटका दिया है। वही दूसरा बड़ा झटका हरक सिंह रावत के रूप में देखने को मिल रहा है। बेहद ही नाटकीय अंदाज में हरक ने भाजपा से पाला बदला और वह कांग्रेस की चौखट पर प्रवेश करने को आतुर दिख रहे है। हरक की भाजपा ने विदाई कर दी। लेकिन सरकार के गणित के लिजाज से भाजपा कई सीटों पर कमजोर हो गई। यशपाल आर्य और हरक सिह को चुनाव जीतने में महारथ हासिल है।
ऐसे में युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने भाजपा की सरकार को दोबारा सत्ता में वापिस लाना टेड़ी खीर साबित हो रहा है। हालांकि संघ और भाजपा संगठन इस रेस को किसी कीमत पर हारना नही चाहेंगे। भाजपा सत्ता में वापिसी के पूरा दमखम दिखायेगी। लेकिन बात करें उत्तराखंड की जनता के मिजाज की तो वह भाजपा से बेहद खफा दिखाई पड़ रही है।
यूं तो प्रदेश की जनता की नाराजगी के कई कारण है। लेकिन सबसे पहली वजह तीन—तीन मुख्यमंत्री बदलना है। इसके अलावा जनता के कार्यो को प्राथमिकता देने की वजाय सरकार पूरे पांच साल अपने ही विजन को पूरा करने में लगी रही। वही कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी पुरानी हार का बदला लेने के लिए आतुर है। उन्होंने भाजपा को हराने के लिए तरकश में कई खूबसूरत तीर सजाए है। जिनका प्रयोग वह चुनाव प्रचार के दौरान करेंगे। युवा मुख्यमंत्री धामी और हरीश रावत के बीच सीधा मुकाबला है। हरदा इस चुनाव को हर सूरतेहाल में जीतना चाहेंगे। वही दूसरी ओर पुष्कर सिंह धामी अपने रोजनैतिक भविष्य को संवारने के लिए जीत दर्ज करने के लिए पुरा प्रयास करेंगे। धामी की सरकार बनी तो उनका कद बढ़ना तय है। अगर कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई तो पुष्कर सिंह धामी के राजनैतिक कैरियर पर पूर्व मुख्यमंत्री का तबका सजेगा। फिलहाल नामों की घोषणा होने का इंतजार है। जिसके बाद मैच शुरू होगा।