नई दिल्ली: केंद्र सरकार और विपक्ष में अब आम बजट को लेकर कांग्रेस समेत 16 विपक्षी पार्टियां चुनाव आयुक्त से मिलने पहुंची हैं। ये पार्टियां चाहती हैं कि केंद्र सरकार चुनाव के बाद आम बजट पेश करे। 2012 में इन्हीं 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस वक्त प्रेसीजेंट प्रणब मुखर्जी वित्त मंत्री थे। उन्होंने आम बजट को टाल दिया था और बजट 16 मार्च 2012 को पेश किया गया था। अब विपक्षी दलों ने प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी के सामने इसे रोकने की गुहार लगाई है। अब फैसला उन्हीं को लेना है। देखना होगा कि वे प्रेसीडेंट के रुप में क्या निर्णय लेते हैं। दरअसल, कांग्रेस समेत 16 विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति और मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा था। उनका कहना है कि केंद्र सरकार तय समय से पहले बजट लाकर यूपी सहित पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में फायदा उठाना चाहती है।