मुख्य सचिव से वार्ता विफल होने के बाद 3500 ऊर्जाकर्मियों ने शुरू की हड़ताल




नवीन चौहान.
देहरादून. उत्तराखंड के तीनों निगमों के ऊर्जाकर्मचारी पहले सचिव और फिर मुख्य सचिव से वार्ता विफल होने के बाद हड़ताल पर चले गए। वार्ता विफल होने के बाद उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने सोमवार रात 12 बजे से हड़ताल शुरू कर दी।

कर्मचारियों ने घोषणा की है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वह हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल के दौरान न तो यूजेवीएनएल के विद्युत गृहों पर कर्मचारी काम करेंगे और न ही बिजली से जुड़ी किसी भी गतिविधि में सहयोग करेंगे। 

वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि हड़ताल के बाद उत्तरकाशी में मंगलवार सुबह मनेरी भाली एक और मनेरी पाली दो की टरबाइन से विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। उत्तरकाशी के कई इलाकों में बिजली गुल होने की सूचना है। देहरादून में भी कुछ स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित होने की जानकारी समाने आ रही है।

14 सूत्री मांगों को लेकर यूपीसीएल, यूजेवीएनएल, पिटकुल के 10 संगठनों के करीब 3500 बिजली कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं। सोमवार को यूजेवीएनएल मुख्यालय पर सत्याग्रह और यूपीसीएल तक रैली निकालने के बाद यूपीसीएल परिसर में ही बिजली कर्मचारी धरने पर बैठ गए। 



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