लखनऊ: मुलायम सिंह यादव ने रविवार को (1 दिसंबर) बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और विधान परिषद् सदस्य नरेश अग्रवाल को पार्टी से बाहर कर दिया है।
सपा का आपातकालीन राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मलेन रविवार (1 जनवरी) को जनेश्वर मिश्रा पार्क में आयोजित किया गया था। जिसमें अध्यक्षता किरणमय नंदा में की थी और इस सम्मलेन में प्रो. रामगोपाल यादव ने तीन प्रस्ताव पारित किए।
जिसमें शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया। अमर सिंह को पार्टी से बाहर किया गया और अखिलेश को समाजवादी पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। जिसके बाद मुलायम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पहले प्रो. रामगोपाल यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया और उसके बाद किरणमय नंदा और नरेश अग्रवाल को भी पार्टी से निकाल दिया गया।
मुलायम सिंह ने एक लेटर जारी किया जिसमें कहा गया है कि किरणमय नंदा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह की अनुमति के बिना आपातकालीन राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मलेन आयोजित किया और उस सम्मलेन न सिर्फ हिस्सा लिया बल्कि अध्यक्षता भी की। ऐसा करना पार्टी के संविधान के मुताबिक न केवल गैरसंवैधानिक है बल्कि पार्टी विरोधी गतिविधियों का परिचायक भी है। इसलिए किरणमय नंदा को गैर संवैधानिक राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मलेन में शामिल होने और निरंतर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के नाते राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से निष्कासित किया जाता है। इसके साथ ही उनकी समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी समाप्त की जाती है।