कुलपति डॉ ध्यानी ने परीक्षा केंद्र में पकड़ी बड़ी लापरवाही, केंद्र संचालक को फटकार




श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ कुलपति डॉ पीपी ध्यानी

नवीन चौहान
नकल विहीन परीक्षाओं को सकुशल संपन्न कराने का संकल्प लेकर ​छापेमारी कर रहे श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने एक परीक्षा केंद्र के कक्ष में दो विश्वविद्यालयों की परीक्षा संचालित होने की बड़ी लापरवाही पकड़ी। कुलपति ने केंद्र संचालक को कड़ी फटकार लगाते हुए व्यवस्था दुरस्त करने के निर्देश दिए। वही परीक्षा कक्ष में छात्रों के बैंग होने पर केंद्र संचालकों को चेतावनी दी।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी वर्तमान की कोरोना संक्रमण की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद भी श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित परीक्षाओं को नकल विहीन तरीके से संपन्न कराने के लिए औचक निरीक्षण कर रहे थे। तथा परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था सुधारने के लिए निर्देशित कर रहे है। इसी क्रम में 21 सितंबर को कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने परीक्षा केंद्र आईटीएम कॉलेज देहरादून का प्रथम पाली में आकस्मिक निरीक्षण किया। जिसमें कमियां पाई गई परीक्षा के दौरान परीक्षा कक्ष में छात्रों के बैग मिलने पर कुलपति ने कड़ी फटकार लगाई। संस्थान को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देशित किया कि इस प्रकार प्रवृत्ति पुनः दोहराई जाती है तो संस्थान को हमेशा के लिए परीक्षा केंद्र से वंचित रहना पड़ेगा।
कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने द्वितीय पाली में साईं इंस्टिट्यूट पैरामेडिकल साइंस देहरादून का आकस्मिक निरीक्षण किया। परीक्षा केंद्र पर बीकॉम की परीक्षाएं संचालित की जा रही थी। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय एवं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्रों की परीक्षाएं एक ही कक्ष में संपादित की जा रही थी। कुलपति ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संस्थान को कठोर चेतावनी दी कि तत्काल दोनों विश्वविद्यालय के छात्रों की परीक्षाएं अलग अलग कक्ष में संपादित करवाई जाए| कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने तृतीय पाली पिस्टल वीड कॉलेज पहुंचे। जहां बीएड अंग्रेजी एवं बीएससी रसायन विज्ञान की परीक्षाएं संचालित की जा रही थी। परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी नहीं लगाए गए थे। जिस पर कुलपति ने नाराजगी व्यक्त की गई| संस्थान में अन्य व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाई गई, संस्थान ने सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया। कुलपति ने संस्थान के चेयरमैन प्रेम कश्यप से उच्च शिक्षा उन्नयन के क्षेत्र में विचार विमर्श किया गया। सभी परीक्षा केंद्रों के प्राचार्यो को निर्देशित किया कि यदि किसी परीक्षा केंद्र में किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आती है तो उस संस्थान का परीक्षा केंद्र हमेशा के लिए निरस्त कर दिया जाएगा|
उक्त कॉलेजों में औचक निरीक्षण के दौरान कुलसचिव दिनेश चंद्रा परीक्षा नियंत्रक रमेश सिंह चौहान उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारी परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने तथा कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने पूर्व में माह जनवरी- फरवरी 2020 मे नकल विहीन परीक्षाओं को सुनिश्चित कराने के लिए 52 कॉलेजों मे औचक निरीक्षण किया था। जिसका कि पूरे उत्तराखंड में और विश्वविद्यालय के 167 महाविद्यालयों में बहुत ही सकारात्मक संदेश गया था। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी की कार्यशैली से छात्रों में विश्वास की भावना प्रबल हुई है। विश्वविद्यालय ऊंचाईयों की ओर गतिमान है।



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