दिल्ली, गोवा और जम्मू की पुलिस नहीं कर पाई गिरफ्तार, उत्तराखंड पुलिस ने दबोचा




नवीन चौहान
जी हां ये खबर आपको सावधान करने के लिए है। वेबसाइट बनाकर धोखाधड़ी का गोरखधंधा करने वाले इन मासूम चेहरे के पीछे छिपे शातिर दिमाग ने दिल्ली, गोवा, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, यूपी और उत्तराखंड में कई लोगों को चूना लगाया है। लेकिन उत्तराखंड की रूद्रप्रयाग पुलिस ने आरोपियों के मंसूबों को फेल कर दिया और जेल की सलाखों के पीछे छोड़कर आए। लेकिन सोचना और समझना आपको है कि ​इंटरनेट पर किस कदर धोखाधड़ी का धंधा चल रहा है। आपकी सर्तकता ही आपका बचाव है। आरोपियों को मालूम है कि आप दस हजार की शिकायत करने पुलिस थाने तो जायेंगे नहीं। इसीलिए वो आपसे बहुत कम रकम की डिमांड करते है। कई पीड़ित को लूट जाने के बाद पुलिस तक पहुंचते ही नहीं। लेकिन इस मुकदमे में पीड़ित पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस भी अपराधियों के पीछे लगी और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखे के पीछे भेज कर आई। लेकिन इस केस का मास्टर माइंड राजवीर फरार है। इसीलिए आप राजवीर जैसे तमाम अपराधियों के बचकर रहिए।
रूद्रप्रयाग पुलिस ने बताया कि 1 जून 2019 को जनपद के थाना गुप्तकाशी पर पीड़िता स्वीकृति शर्मा पुत्री कैलाश शर्मा निवासी 2519 ए ब्लॉक सी फेज सोलमाल गुड़गॉव हरियाणा ने शिकायत देकर बताया कि पवनहंस हैली सर्विस के नाम से ऑनलाइन हैली टिकटों की बुकिंग कर 12,960 रूपये की धोखाधडी की गयी है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया। इसी दौरान 4 जुलाई 2019 को पीड़ित विपिन यादव पुत्र सुरेश यादव निवासी 123 खुरगलिया गॉव साबेर रोड़ इन्दौर थाना बाणगंगा, इन्दौर, मध्य प्रदेश ने भी 30,500 रूपये की धोखाधड़ी करने की शिकायत दी। पुलिस ने इस शिकायत पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया।
पुलिस अधीक्षक जनपद रूद्रप्रयाग अजय सिंह ने साइबर क्राइम संबंधी मुकदमे की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम गठित की। पुलिस टीम को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए। एसपी ​अजय सिंह के निर्देशों का अनुपालन करते हुए पुलिस टीम ने संजीदगी के साथ इस मुकदमों की विवेचना प्रारंभ कर दी। पुलिस को पहली सफलता 18 जुलाई को मिली। यूपी के जनपद मैनपुरी से घटना में संलिप्त एक आरोपी सौरभ पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस टीम ने न्यायालय मैनपुरी के समक्ष पेश कर उक्त अभियुक्त सौरभ को ट्रांजिट रिमाण्ड पर ले लिया। जिसके बाद पुलिस ने उक्त अभियुक्तों के संबंध में जानकारी जुटाई। 18 जुलाई दो अन्य अभियुक्त पुनीत व विकास को सेक्टर-66 नोएडा से गिरफ्तार किया गया। जब इनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो चौथा अभियुक्त रंजन कुमार को घोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने चारों आरोपियों से पूछताछ के बाद धोखाधड़ी के मुकदमें में कई अन्य गंभीर धाराओं में इजाफा कर दिया। धारा 467/468/471/120बी भादवि. व धारा 66डी आईटी एक्ट का अपराध व दूसरे मुकदमे में धारा 120बी व 66डी आई.टी. एक्ट का अपराध बढ़ा दिया गया।
अपराध करने के तरीका
सभी आरोपीगण विगत में यात्रा गुरू कम्पनी में कार्यरत थे। जिनके द्वारा नोएडा में विभिन्न स्थानों पर कॉल सेन्टर खोले गये थे। जहॉ से कम्पनी द्वारा लोगों से ट्रेवल एजेन्सी, हैली टिकटों की बुकिंग, होटलों की बुकिंग के नाम से धोखाधड़ी की जाती थी।
राजवीर मास्टर माइंड
पुलिस की गहन पूछताछ के बाद धोखाधड़ी के इस गेम का मास्टर माइंड राजवीर का नाम सामने आया। राजवीर ने ही कम्पनी संचालित की तथा बाद में बन्द कर दी।

25 हजार में बिकता था डाटा
ठगी के मास्टर माइंड राजवीर ने इंडियन ट्रैवल नाम की एक वेबसाइट बनाई। राजबीर ने इण्डियन ट्रैवल्स नाम की वेबसाइट में विभिन्न कम्पनियों द्वारा कस्टमर का डाटा (फोन नम्बर व अन्य विवरण) उपलब्ध कराया जाता था। जिसके बाद ये तमाम डाटा कम्पनी हैलो ट्रैवल्स को दिया जाता था। इस डाटा हेतु इनके द्वारा प्रतिमाह 25 हजार की धनराशि सम्बन्धित कम्पनी के खाते में जमा की जाती थी।
प्रतिमाह 400 से 500 लोगों का डाटा
हैलो ट्रैवल्स कम्पनी द्वारा राजबीर द्वारा तैयार की इंडियन ट्रैवल वेबसाइट को प्रतिमाह 400-500 लोगों का डाटा उपलब्ध कराया जाता था। जिनमें से इनके द्वारा प्रतिमाह 30-35 लोगों से हैली टिकट, होटल बुकिंग व अन्य सुविधाओं के नाम से धोखाधड़ी की जाती थी। उत्तराखण्ड में प्रचलित चारधाम यात्रा हेतु हैली टिकटों, होटलों की बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने के साथ-साथ अन्य राज्यों जैसे हिमाचल, गोवा, जम्मू कश्मीर के पर्यटन के नाम पर भी धोखाधड़ी की जाती थी। लोगों द्वारा इनके झांसे में आकर इनको पैसों का भुगतान किया जाता था। परन्तु इनके द्वारा लोगों को किसी भी प्रकार की सुविधायें मुहैया नहीं करवाई जाती थी। इस कार्य को करने हेतु इनके द्वारा फर्जी आईडी से सिमों का प्रयोग किया जाता था। प्रयुक्त होने के बाद अपनी सिमों को फेंक दिया जाता था।
एशियन होलिडेज वेबसाइट से फर्जीबाड़ा
अभियुक्तगणों द्वारा एशियन होलिडेज नाम से वेबसाइट बनाई गयी थी। वादी का पैसा इसी वेबसाइट के माध्यम से अभियुक्तगणों के खातों में पहुंचा था। इनके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, एटीएम इत्यादि सामग्री प्राप्त हुई है। इनके लैपटॉप के माध्यम से विभिन्न प्रान्तों के लोगों से धोखाधड़ी की बात सामने आयी है। इनके द्वारा बैंक एकाउण्ट को 30 हजार प्रति माह किराये पर लिया जाता था तथा एटीएम अपने पास रख लेते थे। विवेचना में इससे सम्बन्धित अन्य लोगों की संलिप्तता की जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही ऐसे पीड़ित लोगों के बारे में भी कॉल डिटेल के माध्यम से जानकारी जुटाई जा रही है।

दिल्ली यूपी के अलावा कई राज्यों में की ठगी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गोवा, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू एवं कश्मीर में पर्यटन के नाम पर लोगों के साथ ठगी की बात प्रकाश मे आयी है।

गिरफ्तार_अभियुक्तों_का_विवरणः-
1.सौरभ पुत्र नैम सिंह यादव निवासी 1553 श्री रसानन्द इण्टर कालेज के सामने वाली गली, ओमनगर, थाना मैनपुरी, उत्तर प्रदेश।
2. पुनीत कुमार पुत्र शैलेन्द्र सिंह निवासी ग्रा. तुमौल, थाना घनश्यामपुर, जि. दरभंगा, बिहार। हाल- गली नं.-5 ममूरा, सैक्टर -66 नोयड़ा
3. विकास कुमार पुत्र सर्वेस कुमार सिंह नि. तुमौल, थाना घनश्यामपुर, जि. दरभंगा, बिहार। हाल- गली नं.-5 ममूरा, सैक्टर -66 नोयड़ा
4. रंजन कुमार पुत्र अजीत कुमार नि. ग्रा. करहरी, थाना भगवान पुर, जि. वैशाली, बिहार। हाल- शीतल बिहार, खोड़ा कालौनी, गाजियाबाद।

बरामद माल 02 लैपटाप मय चार्जर, 10 मोबाईल फोन ,07 एटीएम कार्ड 01 डोंगल
आरोपियों को दबोचने वाली पुलिस टीम
पुलिस उपाधीक्षक (प्रशिक्षु) दीपक सिंह, निरीक्षक, होशियार सिंह पंखोली, थानाध्यक्ष गुप्तकाशी, उप निरीक्षक योगेश कुमार, थाना गुप्तकाशी, आरक्षी स्वदेश राय, थाना गुप्तकाशी, आरक्षी विनय कुमार, थाना गुप्तकाशी, आरक्षी रईस राजा, पुलिस कार्यालय



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *