नवीन चौहान
उत्तराखंड के वित्त एवं आबकारी मंत्री प्रकाश पंत भले ही अनंत में विलीन होकर प्रकाशमान हो गए हो। लेकिन उत्तराखंड की माटी में उनका नाम सदैव गुंजायमान रहेगा। उनका मुस्काराता सादगी भरा चेहरा लोगों के जहन में सदैव उनकी याद दिलाता रहेगा। प्रकाश पंत को श्रद्धासुमन देने के लिए सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के नेताओं और तमाम शासन-प्रशासन के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों तथा मीडिया के बंधुओं ने श्रद्धांजलि देकर शोकाकुल परिवार का ढांढस बंधाया।
उत्तराखंड के केबिनेट मंत्री प्रकाश पंत का अमेरिका में निधन हो गया। वह कैंसर की गंभीर लाइलाज बीमारी से जूझ रहे थे। विगत दिनों से उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा था। इसी के चलते वह अमेरिका में इलाज कराने गए थे। अमेरिका से उनके निधन की सूचना मिलने ही पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई। विशेष विमान के जरिए प्रकाश पंत के पार्थिव शरीर को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लाया गया। जहां तमाम गणमान्य नागरिकों ने उनको श्रद्धासुमन अर्पित किए। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पिथौरागढ़ के खडकोट गांव ले जाया गया।वहां तमाम वीवीआईपी, वीआईपी व गणमान्य नागरिकों ने उनके अंतिम दर्शन किए। बताते चले कि मिलनसार हंसमुख स्वभाव के धनी प्रकाश पंत उत्त्राखंड के एक लोकप्रिय नेता थे। उत्तराखंड की जनता उनकी सादगी की कायल थी। विरोधी खेमे के लोग भी हुआ उनको पसंद करते थे।साल 2017 में विधानसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए प्रकाश पंत को वित्त एवं आबकारी, गन्ना व कई विभागों का मंत्री बनाया गया। केबिनेट मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल बहुत शानदार रहा। विधानसभा सत्र के दौरान वह विरोधियों को अपने पक्ष में करने का माददा रखते थे। उत्तराखंड के आर्थिक संकट को देखते हुए वह सदैव चिंता व्यक्त करते थे लेकिन कैंसर की जानलेवा बीमारी ने प्रकाश पंत की जान ले ली। उनके निधन की खबर मिलते ही समूचा उत्तराखंड शोक में डूब गया। दैनिक उत्तराखंड प्रहरी परिवार प्रकाश पंत जी के निधन को उत्तराखंड और देश के लिए एक अपूर्णीय क्षति बताते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
जौलीग्रांट एअरपोर्ट पर सीएम ने दिया कंधा
वित्त मंत्री प्रकाश पंत के पार्थिव शरीर के ताबूत को जब तिरंगे में लपेटकर जौलीग्रांट एअरपोर्ट पर उतारा गया तो सीएम खुद कंधा देने के लिए आगे आ गए। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय सहित कई गणमान्यों ने उनके पार्थिव शव के ताबूत को कांधा दिया। इस गमगीन माहौल में हर किसी की आंखे नम हो गई। जो कोई जहां खड़ा था वहां उसकी आंखे नम थी। पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी उनके निधन से सदमे में दिखाई दिए।