घर-घर सर्वे के लिए आशा और आंगनबाड़ी की टीम को दिया गया प्रशिक्षण




नवीन चौहान

  • जिलाधिकारी ने इस आपदा की स्थिति में हर व्यक्ति के कार्याे को महत्वूपर्ण बताया
  • सर्वे करते समय बताये जा रहे सुरक्षा के उपायोें और किट का इस्तेमाल अवश्यक करें।

हरिद्वार। जिलाधिकारी हरिद्वार सी0 रविशंकर की उपस्थिति में आज भेल कन्वेंशन हाॅल में घर-घर सर्वे के लिए गठित टीम को मुख्य चिकित्सिा अधिकारी सरेाज नैथानी द्वारा प्रशिक्षित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा जिले में कोविड-19 से अधिकांश लोगों को सुरक्षित रखे जाने के लिए इस सर्वे को कराया जा रहा है। डीएम ने बताया कि सम्पूर्ण जनपद के प्रत्येक व्यक्ति को इस सर्वे में कवर करना हमारा लक्ष्य है। सर्वे कर डाटा संकलन तक हमारा कार्य सीमित नहीं हम सभी को मिल कर ऐसे संवेदनशीन लोगों को समस्या से पूर्व हील सुरक्षा प्रदान उसकी जीवन बचाना है। जिस टीम द्वारा किया जाना है उसकी सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय तथा उन्हें कोरोना वाॅरियर्स के रूप में सम्मानित किया जायेगा।

जिलाधिकारी ने इस आपदा की स्थिति में हर व्यक्ति के कार्याे को महत्वूपर्ण बताया। कहा कि किसी भी अधिकारी कर्मचारी की सही समय पर सजगता दिखाने से किसी एक व्यक्ति की भी जान बचती है तो वह कोरोना वारियर है। सभी को इस प्रशिक्षण को गम्भीरता से सीख कर कार्य करना चाहिए। सर्वे करते समय बताये जा रहे सुरक्षा के उपायोें और किट का इस्तेमाल अवश्यक करें। हमारे आस-पास ऐसी कई श्रेणी हैं जो कोरोना के प्रति ज्यादा संवेदनशील है। सर्वे करने वाली टीम को हाई रिस्क में आने वाले सभी सम्भावितों को तलाश कर पहले से सूचना देने होगी। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चों एवं बिमार और कमजोर व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए घर-घर सर्वे के लिए आज से आशा, आंगबाड़ी कार्यकत्रियों तथा सुपरवाइज सहित स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के कार्मिकों को सर्वे किस प्रकार किया जाना है यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। जिलाधिकारी ने पूरे जनपद को इस सर्वे में शामिल करते हुए 25 घर प्रति टीम का लक्ष्य दिया। यह चिकित्सा, शिक्षा, बाल विकास, ग्राम विकास सहित कई अन्य विभागों को संयुक्त रूप् से करते हुए 30 जून तक समाप्त करें।

सर्वे टीम को अपने क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी तिथि से 15 पहले गर्भवती महिला का कोरोनो टेस्ट कराने के लिए सूचना देने अनिवार्य हो्रगी। गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक अस्पताल के चक्कर लगाने से बचने के लिए प्रेरित करना होगा। इसके अलावा टीबी, मधुमेह, कैंसर, हाईपर टेंशन, डायलिसिस, या अन्य किसी वजह से बिमार व्यक्ति को चिन्हित कर सूचना देनी होगी। साथ अपनी जानाकारी में उस व्यक्तिम का किस संस्थान में उपचार चल रहा है यह भी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। सर्वे में लगे प्रत्येक कोरोना वाॅरियर का रैपिड टेस्ट कराया जायेगा। इस अवसर अपर जिलाधिकारी हरिद्वार कृष्ण कुमार मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी, रेडक्रास से नरेश चौधरी सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।



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