नवीन चौहान
हाईटेक युग में ऑन लाइन ठगी का शिकार होने के मामले कम होने की वजाय बढ़ते ही जा रहे है। कहीं ओएलएक्स पर सामान बेचने के बहाने ठगी की जा रही है। तो कहीं पर मदद करने के बहाने ठगी हो रही है। किसी पीडि़त को लाटरी निकलने के नाम पर ठगा जा रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा ठगी ऑन लाइन कॉल गर्ल की बुकिंग के नाम पर हो रही है। ऑन लाइन मसाज सर्विस चलाने वाली एजेंसी ने हरिद्वार के एक होटल कारोबारी को चूना लगा दिया है। हालांकि इस मामले में पुलिस को शिकायत दर्ज नही कराई गई है। लेकिन ऐसे ठगी के रोजाना कई मामले पुलिस थानों तक पहुंचते है। लेकिन आरोपियों की लोकेशन दूर दराज के इलाकों में होने के चलते पुलिस भी हाथ खड़े कर देती है। आखिरकार पीडि़त अपने ठगी का शिकार होने के बाद किस्मत को दोष देकर शांत हो जाता है।
उत्तराखंड की मित्र पुलिस ऑन लाइन ठगी करने वाले बदमाशों को पकड़ने में काफी हद तक नाकाम साबित हुई है। उत्तराखंड की एसटीएफ और साइबल सेल ने कई मामलों का खुलासा किया। लेकिन पीडि़तों को उनकी रकम वापिस मिल पाना बहुत मुश्किल हो गया। यही कारण रहा कि साइबर क्राइम के मामले उत्तराखंड में तेजी से बढते चले गए। विगत कुछ सालों में उत्तराखंड के हजारों पीडि़त लाखों की रकम गवां बैठे। अधिकतक मामलों में तो पुलिस ने पीडि़तों की रिपोर्ट तक दर्ज नही की। पुलिस प्रार्थना पत्र पर ही जांच करने की बात कहकर पीडि़तों को तसल्ली दे देती है। अब आपको बतादे कि मित्र पुलिस ने ठगी के इस मामलों में कमी लाने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया। जिसका काफी हद तक असर भी दिखाई दिया। लेकिन कुछ लोग अपनी बेवकूफी के चलते भी ठगी का शिकार बनते है। बताते चले कि हरिद्वार के एक होटल कारोबारी ़ने ऑन लाइन कॉल गर्ल की बुकिंग कराई। फोन पर बात करने के बाद एडवांस रकम भी भेज दी। लेकिन कुछ देर बाद ही पीडि़त को ठगी को एहसास हो गया। ये कोई पहला मामला नही है। जब किसी शिक्षित को चपत लगाई गई है। बड़े-बड़े समझदार कहें जाने वाले व्यक्ति अपनी करतूतों के कारण नुकसान उठाते है। हालांकि लोक लाज के चलते वह किसी से चर्चा नही करते। अक्सर अपने अजीज करीबी से चर्चा करने का खामिजाना भी भुगतना पड़ता है। वही भगवानपुर क्षेत्र में एक पीडि़त से मोबाइल देने के बहाने ठगी का मामला भी सुर्खियों में है।