नवीन चौहान, देहरादून। विजीलेंस की टीम ने आरटीओ देहरादून में तैनात एक मुख्य सहायक समेत तीन लोगों को 6 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद आवश्यक कार्रवाई की। विजीलेंस की इस कार्रवाई से आरटीओ कार्यालय में हड़कंप मच रहा।
जानकारी के अनुसार देहरादून निवासी एक व्यक्ति ने विजीलेंस के पुलिस अधीक्षक को 19 नवंबर को अपना एक शिकायती पत्र दिया था, जिसमें उसने कहा था कि वह अपने ट्रैक्टर का कामर्शियल प्रयोग करना चाहता है इसके लिए उसने अपना आवेदन पत्र आरटीओ कार्यालय देहरादून में दिया। वहां काउंटर नंबर 4 पर जो कि मुख्य सहायक यशबीर बिष्ट की सीट है उस पर कार्मिक मोनू को बैठे देखा। आरोप है कि मोनू ने शिकायतकर्ता से फीस के अतिरिक्त 6000/ ( छ:हजार रुपये/) रिश्वत की मांग की।। जब शिकायतकर्ता द्वारा फीस तो पहले ही जमा करने की बात की गई तो मोनू द्वारा बताया गया कि बिना 6000/ रुपये दिए, कार्य नहीं होगा। आरोप है कि मोनू ने शिकायतकर्ता को 6000 रूपये रिश्वत के लेकर 21 तारीख को RTO कार्यालय देहरादून में बुलाया।
एसपी विजीलेंस ने शिकायतकर्ता की शिकायत की जांच करायी गई जिसमें आरोप सही पाए गए। उसके बाद नियमानुसार ट्रैप संचालन हेतु ट्रैप टीम का गठन किया गया। गुरूवार को जब शिकायतकर्ता पैसे लेकर RTO कार्यालय में पहुंचा तो काउंटर no.4 पर बैठे मोनू (जो कि मुख्य सहायक यशबीर बिष्ट की सीट है) ने शिकायतकर्ता से रिश्वत के पैसे लेकर फ़ाइल काउंटर पर पहले से मौजूद एक अन्य एजेंट प्रदीप कुमार को कार्य कराने के लिए दे दी। जिसपर सतर्कता सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा RTO कार्यालय से सरकारी स्वतन्त्र गवाहान के समक्ष शिकायतकर्ता से 6,000/-(छ:हजार रूपयें) रिश्वत लेने हुए रंगे हाथो पहले आरोपी प्रदीप पुत्र घनश्याम सिंह निवासी विकास लोक सहस्त्रधारा रोड, देहरादून को समय करीब 15:28 दूसरे आरोपी मोनू मलिक उर्फ संदीप कुमार पुत्र सेवा सिंह निवासी साईं मंदिर के पास, मोहबेवाला, देहरादून, को समय करीब 15:40 तथा तीसरे आरोपी-यशबीर बिष्ट (मुख्य सहायक) पुत्र जयपाल सिंह बिष्ट निवासी राजीव नगर देहरादून को समय करीब 16:30 बजे गिरफ्तार किया गया। तीनो आरोपियों के विरूद्व थाना सतर्कता सैक्टर देहरादून पर सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत कराकर विवेचना की जायेगी। निदेशक विजीलेंस द्वारा ट्रैप टीम के उत्साह वर्धन हेतु उचित पारितोषिक देने की घोषणा की।