नवीन चौहान
हरिद्वार की एक मासूम बच्ची ने जिलाधिकारी सी रविशंकर को घर के बाहर अंधेरा होने की समस्या बताई तो डीएम ने तत्काल सोलर लाइट लगवाकर उसकी इच्छा पूरी कर दी। जिसके बाद से बच्ची और पड़ोसियों को रोशनी मिल पाई। हालांकि कॉलोनी में लाइट ना होने की समस्या बच्ची और उसके परिजनों ने ग्राम प्रधान को कई बार बताई। लेकिन समस्या का कोई समाधान नही हो पाया।
हरिद्वार लक्सर मार्ग पर स्थित ग्राम मिस्सरपुर की भागीरथी विहार फेस टू कॉलोनी में एक 11 साल की बच्ची अनुष्का ने अपने घर के बाहर अंधेरा होने की समस्या जिलाधिकारी को बताई। बच्ची ने जिलाधिकारी को मैसेज भेजकर समस्या दूर करने की गुहार लगाई। जब जिलाधिकारी ने बच्ची का मैसेज पढ़ा तो तत्काल उसको समस्या का निदान करने का भरोसा दिया। इसी दौरान उरेडा की टीम ग्राम पहुंची। प्रशासनिक टीम ने बच्ची से बात की और रात्रि में अंधेरा होने तथा जंगली जानवरों के कॉलोनी में आने की समस्या को समझा। जिसके बाद प्रशासनिक टीम ने वहां पर सोलर लाइट की व्यवस्था की और कई सालों के अंधकार को दूर किया। जिलाधिकारी से पूर्व इस बच्ची ने ग्राम प्रधान से कई बार अपनी समस्या को बताया था। लेकिन ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों की समस्या के बारे कोई ध्यान नही दिया। जिसके बाद बच्ची ने जिलाधिकारी को अपनी सालों से चली आ रही समस्या से अवगत कराया। बताते चले कि जिलाधिकारी सी रविशंकर जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए बेहद संजीदा है। वह क्षेत्रवासियों की समस्याओं को ध्यान से सुनते है और प्राथमिकता के साथ तमाम समस्याओं का निदान करते है। अभी हाल के दिनों में ही उन्होंने लालढांग क्षेत्र के सात गांव के ग्रामीणों की समस्या को दूर करने का बीड़ा उठाया है। जिलाधिकारी ने छह घंटे तक ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को दो महीने में उनकी तमाम समस्याओं को दूर करने की जिम्मेदारी दी है। डीएम के आदेशों के बाद तहसीलदार आशीष घिल्डियाल, समाज कल्याण अधिकारी, चिकित्साधिकारी व तमाम विभागों के अधिकारी लक्ष्य को पूरा करने में जुटे है।