नवीन चौहान
आईपीएस बताने वाले एक युवक को जीआरपी हरिद्वार ने दबोचा है। फर्जी आईपीएस के कब्जे से हालिस्टर सहित एक नकली पिस्टल, नकली वर्दी, फर्जी आईकार्ड व तमाम वस्तुए बरामद की गई है। आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलवामा हमले के बाद से जीआरपी हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सघन चेकिंग अभियान चला रही है। अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल के निर्देशों पर जीआरपी की टीम लगातार संदिग्धों की चेकिंग कर रही है। 8 मार्च को जीआरपी थाना प्रभारी अनुज सिंह पुलिस टीम के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर एक संदिग्ध युवक पर गई। पुलिस ने रोककर उसका परिचय पूछा तो उसने खुद को आईपीएस अफसर बताया। युवक ने पिटठू बैंग टांगा हुआ था। जबकि स्वेटर के पास कमर के नीचे एक पिस्टल दिखाई दी। युवक ने पुलिस पर रौब गालिब करते हुए खुद को साल 2015-2016 बैंच का आईपीएस बताया। तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों में पोस्टिंग बताई। हरिद्वार एक केस के सिलसिले में आया हूं। युवक की चाल ढाल देखकर पुलिस को शक हुआ। पुलिस ने युवक का झूठ पकड़ लिया और सख्ती दिखाते हुए पिस्टल चैक की तो वो नकली निकली। जिसके बाद पुलिस आरोपी को थाने ले आई। आरोपी युवक ने अपना नाम रितेश राजपूत पुत्र राजेश सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट चंदनपुर थाना विलोय जिला रोहिताश बिहार बताया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी के खिलाफ ऋषिकेश कोतवाली में भी मुकदमा दर्ज है। आरोपी रितेश ने पुलिस को बताया कि रेलवे स्टेशन पर रौब गालिब करता घूमता था। कई बार जीआरपी से ही टिकट बुक करा लेता था। तथा पुलिस से पैंसा लेकर चला जाता था। फिलहाल आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बरामद सामान को सीज कर दिया गया है।
आरोपी को पकड़ने वाली पुलिस टीम
थाना प्रभारी अनुज सिंह,उप निरीक्षक प्रदीप राठौर,उप निरीक्षक विनोद कुमार,दारोगा बलवीर सिंह पंवार, कांस्टेबल कुरबाल अली, विनीत कश्यप, महेश कुमार शामिल रहे।