नवीन चौहान, हरिद्वार। भाजपा की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 67 साल की सुषमा स्वराज को दिल का दौरा पड़ने पर दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था लेकिन वहां कुछ देर बाद ही उनका निधन हो गया। सुषमा स्वराज के निधन से भाजपा पार्टी को गहरा सदमा पहुंचा है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के तमाम नेता और मंत्रियों ने अपनी गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की है।
सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुनते ही शोक की लहर दौड़ गई। अचानक इस खबर के आने से हर कोई सदमे में दिखा, किसी को जल्द यकीन नहीं हुआ कि सुषमा स्वराज इस समय हमारे बीच नहीं है। सुषमा स्वराज ने अपना आखिरी टवीट करीब सवा सात बजे किया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कश्मीर से धारा 370 हटाने के लिए आभार व्यक्त करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री जी आपका हार्दिक अभिनंदन, मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।
पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की सीनियर लीडर सुषमा स्वराज काफी समय से बीमार चल रही थी। उनकी किडनी ट्रांसप्लांट भी हुई थी। किडनी ट्रांसप्लांट होने के बावजूद उनकी सेहत लगातार गिर रही थी, यही कारण भी था कि उन्होंने वर्ष 2019 के लोकसभा का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। वर्ष 2014 में सुषमा स्वराज को मोदी सरकार में विदेश मंत्रालय का प्रभार मिला था। सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था। उन्होंने अंबाला में एसडी कॉलेज अम्बाला छावनी से बीए किया और पंजाब यूनिवर्सिटी से चंडीगढ़ से लॉ की पढ़ाई की थी। सुषमा स्वराज ने 1974 के छात्र आंदोलन में भी बढ़-चढकर हिस्सा लिया था। सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुनते ही डॉ. हर्षवर्धन, नितिन गडकरी, मनोज तिवारी समेत तमाम नेता एम्स पहुंचे।