नवीन चौहान
हरिद्वार में एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार करने की घटना प्रकाश में आई है। जहां दो नाबालिग बहनों ने अपने ही डेढ़ साल के मासूम भाई को गंगनहर में फेंक दिया। दोनों बहनों का कहना है कि भाई बहुत परेशान करता था। जिसके कारण वह स्कूल तक नही जा पा रही थी। इसलिए उन्होंने भाई को लालपुल के पास गंगनहर में फेंक दिया। हालांकि पुलिस मासूम को बरामद करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी। सनसनीखेज प्रकरण के खुलासे ने एक बार फिर रिश्तों में विश्वास की डोर को कमजोर किया है। कनखल में एक मां ने अपने ही मासूम बेटे की हत्या कर शव को गंगनहर में ठिकाने लगा दिया है।
28 नवंबर 2019 को ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के लोधा मंड़ी निवासी सोनू कुमार का डेढ़ साल का पुत्र सूरज कुमार संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। मासूम सूरज के घर से अचानक गायब होने हड़कंप मच गया। बच्चे के परिजनों ने बहुत तलाश की लेकिन बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया है। पीड़ित परिजनों ने आसपास के क्षेत्रों में तलाश करने के बाद पुलिस को बच्चे के अपहरण होने की सूचना दी। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी योगेश देव ने बच्चे के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया और घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी।
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बच्चे की सकुशल बरामदगी करने के लिए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के निर्देशन में पुलिस टीम गठित कर दी। पुलिस की कई टीमे बच्चे को बरामद करने के मुखबिर तंत्र की मदद से पूछताछ करने लगी। लेकिन पुलिस को अहम जानकारी मिली कि बच्चे का अपहरण नही हुआ। पुलिस को पता चला कि बच्चे की बहनों ने ही उसकी हत्या कर दी।
एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने ज्वालापुर कोतवाली में सूरज मर्डर केस का खुलासा किया। बताया कि 28 नवंबर को अपहर्त डेढ़ साल के सूरज कुमार की हत्या उसकी दोनों नाबालिग बहनों ने की थी।