सहारनपुर। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में मात्र दस रूपये की बढ़ोत्तरी को नाकाफी बताते हुए भारतीय किसान यूनियन से जुडे़ किसान सड़कों पर उतर आए और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिले में कई स्थानों पर गन्ने की होली जलाई गई। किसानों का कहना था कि जब गन्ना मूल्य ही नहीं बढ़ रहा तो इस गन्ने को रखकर ही वह क्या करेंगे।
शनिवार की दोपहर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार के नेृतत्व में हजारों किसान यहां धरना स्थल पर एकत्रित हुए और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों को संबोधित करते हुए चौधरी विनय कुमार ने कहा कि प्रदेश और देश की सरकार किसानों को ठगती आ रही है। सरकार किसी भी दल की आए, किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है। पिछली सपा सरकार में भी किसानों का उत्पीड़न हुआ था और अब भाजपा की सरकार में भी किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। किसानों ने भाजपा को केवल इसलिए वोट दिया था ताकि किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम मिल सके, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है और किसान लगातार कर्ज के बोझ में पिसता जा रहा है।
यहां से सभी किसान राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में जिला मुख्यालय पहुंचे और गन्ने की होली जलाई। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी नहीं की गई तो किसान बड़े और उग्र आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष चौधरीधरी चरण सिंह, अरूण राणा, वीरेंद्र तोमर, समेत सैकड़ों किसान शामिल रहे।
शनिवार की दोपहर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार के नेृतत्व में हजारों किसान यहां धरना स्थल पर एकत्रित हुए और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों को संबोधित करते हुए चौधरी विनय कुमार ने कहा कि प्रदेश और देश की सरकार किसानों को ठगती आ रही है। सरकार किसी भी दल की आए, किसानों की कोई सुनने वाला नहीं है। पिछली सपा सरकार में भी किसानों का उत्पीड़न हुआ था और अब भाजपा की सरकार में भी किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। किसानों ने भाजपा को केवल इसलिए वोट दिया था ताकि किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम मिल सके, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है और किसान लगातार कर्ज के बोझ में पिसता जा रहा है।
यहां से सभी किसान राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में जिला मुख्यालय पहुंचे और गन्ने की होली जलाई। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी नहीं की गई तो किसान बड़े और उग्र आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष चौधरीधरी चरण सिंह, अरूण राणा, वीरेंद्र तोमर, समेत सैकड़ों किसान शामिल रहे।