नवीन चौहान
ईवीएम और वीवीपैट मशीन की सुरक्षा में चिडि़या भी पंख नही मार सकती है। एक चूहा भी कमरे के भीतर प्रवेश नही कर सकता है। वही पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था। चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस बल। स्ट्रांग रूम की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक रावत के निर्देशों पर ही जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक रावत व एसएसपी जन्मेजय खंडूरी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ खुद एचआरडीसी भवन की सुरक्षा व्यवस्था का कई बार निरीक्षण कर चुके है और लगातार नजर बनाए हुए है।
हरिद्वार लोकसभा सीट पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न कराने वाले जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक रावत ने मतगणना कराने को लेकर पूरी संजीदगी दिखाई। उन्होंने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा के लिए तमाम मानकों को पूरा किया। सीसीटवी कैमरों की जद में स्ट्रांग रूम और उसके अंदर कमरों में रखी गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को पूरा सुरक्षा घेरे में रखा गया। 24 घंटे र्प्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई। इस दौरान एक चिडि़या तक को प्रवेश नही दिया गया।स्ट्रांग रूम के कमरों की तमाम बारीक से बारीक प्रवेश दरवाजों के नीचे का मार्ग और झरोंखे बंद कर दिए गए। प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी के साथ तमाम कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराते हुए स्ट्रांग रूम को सील किया गया था। हरिद्वार लोकसभा सीट की बात करें तो जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक रावत और एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने लोकसभा चुनाव में अपने कर्तव्य का पूरी पारदर्शिता से निर्वहन किया।