सोनी चौहान
एसएमजेएन पीजी कॉलेज में 19 अक्टूबर को शिक्षक अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार बत्रा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए बताया कि पूर्व के वर्षों में महाविद्यालय में छात्रों की उपस्थिति का मापदंड विश्वविद्यालय द्वारा 75% निश्चित किया गया था। वर्तमान में मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा उपस्थिति का मापदंड 80% निर्धारित कर दिया गया है। इस संदर्भ में ऐसे छात्र-छात्राओं जिनकी उपस्थिति 80% से कम है, ऐसे समस्त छात्र छात्राओं को आंतरिक परीक्षा में बैठने की अनुमति तभी प्रदान की जाएगी जब वे अपनी उपस्थिति पूरी करने का आश्वासन एवं शपथपत्र दे देंगे। तथा एंड सेमेस्टर में उपस्थिति 80% या उससे अधिक कर लेंगे। विश्व विद्यालय की एंड सेमेस्टर परीक्षा में छात्रों को सम्मिलित होने से रोक दिया जाएगा।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि कॉलेज में पठन-पाठन का माहौल है और कॉलेज से लगातार विभिन्न संकायों में टॉपर निकल रहे हैं। खेलकूद एवं क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में भी महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं अपना नाम रोशन करते हैं यह सब छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों के सहयोग से ही संभव हुआ है। शिक्षणेत्तर गतिविधियों में महाविद्यालय का नाम उत्तराखंड के साथ-साथ संपूर्ण देश में प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है। डॉ बत्रा ने सोमवार से प्रारंभ होने वाली आंतरिक परीक्षाओं के लिए छात्र छात्राओं को शुभ आशीष प्रदान किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे अधिष्ठाता छात्र कल्याण परिषद डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने बताया की कॉलेज की अपनी गौरवशाली परंपराएं हैं और उन समृद्धशाली परंपराओं को बढ़ाने का दायित्व कॉलेज के विद्यार्थियों पर है। इस अवसर पर देवेंद्र वर्मा, जगदीश चावला, सुरेंद्र बंसल, संजय कुमार, सुखानंद आदि काफी की संख्या में अभिभावकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर कॉलेज के डॉक्टर पद्मावती तनेजा, कुमारी नेहा सिद्धकी, विनीत सक्सेना, डॉ प्रज्ञा जोशी कुमारी, दीपिका आनंद, स्वाति चोपड़ा, रंजना राणा, पुनीता शर्मा, प्रीति लखेरा, कार्यालय अधीक्षक एमसी पांडे, संजीत कुमार, हेमंती, विजय शर्मा आदि उपस्थित थे।