haridwar की एंटी माइनिंग सेल टीम में फेरबदल, छुटटी—छुटटी का खेल बंद




नवीन चौहान
एसडीएम गोपाल चौहान ने खनन माफियाओं के मंसूबों को नाकाम करने के लिए एंटी माइनिंग सेल की टीम में बड़ा फेरबदल किया है। उन्होंने एंटी माइनिंग सेल की नई टीम गठित की और पुरानी टीम में शामिल 11 संग्रह अमीनों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जबकि समस्त लेखपालों को अवैध खनन रोकने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है।
हरिद्वार में अवैध खनन पर अंकुश लगाना जिला प्रशासन के लिए लगातार चुनौती बनता जा रहा है। जिला प्रशासन के अधिकारियों की तमाम छापेमारी के बावजूद खनन माफिया अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे थे। एसडीएम गोपाल चौहान ने खनन माफियाओं के मंसूबों को नाकाम करने के लिए कई बार क्षेत्रों का दौरा किया। कई खनन क्षेत्रों में छापेमारी की। अवैध खनन रोकने के लिए तमाम प्रभावी कदम उठाए। एसडीएम गोपाल चौहान और तहसीलदार आशीष घिल्डियाल की क्षेत्र में मौजूदगी के चलते काफी हद तक अवैध खनन पर रोक लगी। लेकिन एसडीएम गोपाल चौहान एंटी माइनिंग सेल की कार्य प्रणाली से संतुष्ट नजर नही आए। एसडीएम गोपाल चौहान ने एंटी माइनिंग सेल की क्षेत्र में मौजूदगी और क्षेत्रों से होने वाले अवैध खनन की शिकायतों के बाद नई टीम गठित करने का निर्णय करते हुए भारी फेरबदल किया है। ऐसे में नई टीम को अब अवैध खनन रोकने और एसडीएम की कसौटी पर खरा उतरने का दायित्व है।
छुटटी—छुटटी खेल बंद
बताते चले कि पूर्व की एंटी माइनिंग सेल की टीम छुटटी—छुटटी का खेल करते हुए अवैध खनन में संलिप्त थी। टीम के सदस्य दिन में सेटिंग करने के बाद रात्रि में छुटटी लेकर गायब हो जाते थे। जिसके बाद खनन माफिया अपने मंसूबों को परवान चढ़ाकर गंगा का सीना छलनी करते थे। लेकिन एसडीएम गोपाल ने इस छुटटी—छुटटी के खेल को ही बंद करा दिया है।



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