नवीन चौहान
उत्तराखंड प्रदेश के अरविंद पांडेय पंचायती राज के साथ-साथ शिक्षा मंत्री हैं। वह बेटी से बलात्कार करने वाले दुष्कर्मी को भी इंसान मानते हैं। जबकि हमारा समाज और कानून ऐसे बलात्कारी को सिर्फ हैवान मानता हैं। ऐसे दुष्कर्मी के लिये कानून में सख्त से सख्त सजा का प्रावधान है। लेकिन प्रदेश के शिक्षा मंत्री के इस विवादित बयान से हम सभी को सोचने पर विवश कर दिया है। शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले मंत्री से तो कम से कम ऐसे गैर जिम्मेदार बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडेय गुरूवार को हरकी पैडी के मालवीय द्वीप पर आयोजित पंचायत महाकुंभ में भाग लेने आये थे। इस दौरान 13 जनपदों से आये जनप्रतिनिधियों ने पीने के लिये पानी की मांग कर दी। जिसके बाद अति उत्साह में आये पंचायतीराज मंत्री अरविंद पांडेय मंच पर माइक पर आ गये। करीब ढाई हजार की भीड़ को सामने देख उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों को नसीहत देते हुये इंसान बनने की सीख दे डाली। इसी संबंध में जब पत्रकारों ने अरविंद पांडेय से बात की तो उन्होंने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैं राजनैतिक आरोप प्रत्यारोप लगाने वाला आदमी नहीं हूं मैं तो स्टेट फारर्वड आदमी हूं। साफ सुथरी मंशा से काम करने वाला आदमी हूं। उन्होंने कहा कि मेरा उदेदश्य अच्छा है। आज मीडिया का दिन है। अगर आपको लगता है कि अच्छा किया तो अच्छा बोलना और गलत किया तो गलत बोलना। इसी सबंध में जब न्यूज127डॉट कॉम ने पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से सवाल किया कि आपने कहा कि इंसान बनो क्या वो आने वाले जनप्रतिनिधि इंसान नहीं हैं। इस सवाल के जबाव में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने जो कहा वो बहुत ही विवादित और गैर जिम्मेदारान बयान है। उन्होंने कहा कि कुछ इंसान ऐसे होते है जो अपनी बेटी के साथ भी बलात्कार करते हैं। वो भी तो इंसान होते है। क्या उनको इंसान नहीं कहोगे। तो ऐसे सवाल क्यो पूछते हो। मैं जैसा व्यक्ति हूं मेरे से वैसा ही सवाल पूछो। बाप भी अपनी बेटी से बलात्कार करता है तो वो इंसान है या नहीं। इसका जबाव पहले मुझे आप दो। जितनी जिम्मेदारी मेरी है उनकी आपकी भी हैं। नहीं-नहीं पहले आप मुझे जबाव दो। क्या जो बाप अपनी बेटी से बलात्कार करता है वो इंसान है या नहीं है। गलत बात है ऐसा नहीं है। अब हम शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय को कैसे बताते कि अपनी बेटी से क्या दुनिया में किसी से भी महिला से बलात्कार करने वाला इंसान सिर्फ और सिर्फ हैवान होता है। वो अपराधी होता है उसकी सही जगह जेल होती है। ऐसे दुष्कर्मी व्यक्ति को समाज के बीच में रहने का हक नहीं होता है। लेकिन शायद सत्ता के नशे में मदहोश शिक्षा मंत्री यह भी भूल गये कि वो कह क्या रहे है। उनको इंसान और हैवान में अंतर भी नहीं पता है। मंत्रीजी के इसका सवाल का जबाव हमने आपके लिये छोड़ दिया है।