भिखारियों के ​मैन्यू को देखकर किसी के भी मुंह में पानी आ जाएगा




नवीन चौहान
हरिद्वार। भिखारियों के ​मैन्यू को देखकर किसी के भी मुंह में पानी आ जाएगा। उन्हें दिन में सुबह से लेकर रात तक दो बार नाश्ता तो दो बार भोजन दिया जाता है। मैन्यू के अनुसार हरिद्वार के भिक्षुक गृह में भिखारियों की सेहत का पूरा ख्याल रखा जाता है। लेकिन फिर भी भिखारी भिक्षुक गृह में ठहरना पसंद नहीं करते।
भिक्षुक गृह समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के निर्देशन में संचालित किया जाता हैं। हरिद्वार धार्मिक नगरी होने के चलते हुए भिखारियों की संख्या अच्छी खासी हैं। हरकी पैड़ी के भिखारी तो पूरे देश में मशहूर हैं। हरकी पैड़ी के अलावा अन्य गंगा घाट हो शहर के कोई सा भी कौना, प्रत्येक जगह ​भिखारियों की बड़ी तादात दिखाई पड़ती हैं। समय—समय पर भिखारियों को भिक्षुक गृह में रखने की व्यवस्था की जाती हैं। अपर मुख्य सचिव रणवीर सिंह के निर्देश को देखे तो भिखारियों के लिए खाने की व्यवस्था बड़ी अच्छी की हुई है। सुबह से रात तक दो बार नाश्ता और दो बार खाना दिया जाता है। नाश्ता हो या खाना सभी में बेहतर व्यवस्था है।
भिखारियों के लिए भोजन का मैन्यू इस प्रकार है ———
सुबह से नाश्ते में यह मिलता है
एक अंडा, चार पीस ब्रेड, 25 ग्राम मक्खन, दूध 200 मिली है।
दोपहर के भोजन में यह मिलता है
दाल 35 ग्राम, चावल 150 ग्राम, रोटी 100 ग्राम, हरी सब्जी 75 ग्राम, तेल, मिर्च मसाला 10 ग्राम दिया जाता है। रविवार को स्पेशल भोजन दिया जाता है, जिसमें पूड़ी, खीर, पुलाव, सब्जी, छोले, सलाद, दूध, शक्कर, अचार दिया जाता है।
शाम को नाश्ता
शाम के नास्ते में 4 बिस्किट, एक चाय, एक मौसमी फल दिया जाता है। या कभी सूजी का हलवा, चाय व मौसमी फल। कभी दूध, सिंवई या बेसन की पकौड़ी भी दी जाती हैं।
रात का भोजन
दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जी दी जाती है।



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