हरिद्वार तहसील में ही ​मुखबिर जो खनन माफियाओं के पैरोकार




नवीन चौहान
तहसील परिसर के ही अंदर खनन माफियाओं के मुखबिर ​जमे हुए है। जो खनन माफियाओं को जिला प्रशासन की छापेमारी की सूचना पहुंचा रहे है। इन मुखबिरों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए सिरदर्द बढ़ा दिया है। जबकि जिला प्रशासन के अधिकारी बेहद गोपनीय स्तर पर खनन माफियाओं के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए रणनीति बना रहे है। इन मुखबिरों को सबक सिखाने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। जल्द कई मुखबिरो के पर कतरने की संभावना भी बढ़ गई है।
राज्य सरकार ने हरिद्वार में खनन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। जिसके चलते स्टोन क्रेशर संचालक बुरी तरह बौखलाए हुए है। धरती का सीना चीरकर सोना निकालने वाले खनन माफिया इधर—उधर हाथ पैर मार रहे है। ईमानदार एसडीएम कुश्म चौहान की घेराबंदी करने का प्रयास कर रहे है। वही दूसरी ओर मौका देखकर रात्रि में अवैध खनन करने का प्रयास कर रहे है। इसी के चलते उन्होंने तहसील प्रशासन के अंदर अपने कुछ मुखबिरों को लगाया हुआ है। लेकिन हरिद्वार तहसील में तैनात एसडीएम कुश्म चौहान ने खनन माफियाओं की नाक में पूरी तरह से नकेल कसी हुई है। खनन माफिया छटपटा रहे है। माफियाओं की कोई भी योजना एसडीएम कुश्म चौहान के आगे विफल साबित हो रही है। वही एसडीएम कुश्म चौहान ने अवैध खनन का माल समेटने वाले स्टोन क्रेशर संचालकों को सबक सिखाने के लिए क्रेशर के माल का स्टॉक ​की पैमाइश करानी शुरू कर दी है। जिसके चलते क्रेशर संचालकों में हडकंप मचा हुआ है। एसडीएम कुश्म चौहान की छापेमारी की योजना को सफल बनाने में तहसीलदार आशीष घिल्डियाल भी बखूवी साथ निभा रहे है। बीते दिनों एसडीएम कुश्म चौहान और तहसीलदार आशीष घिल्डियाल ने नटराज स्टोन क्रेशर पर छापामार कर सीज कर दिया। इस क्रेशर पर भारी मात्रा में अवैध खनन सामग्री पाया गया। इस कार्रवाई के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने की ठान ली है। इसके साथ ही मुखबिरों को तस्दीक कराया जा रहा है। एसडीएम कुश्म चौहान ने खनन माफियाओं के हौसले को बुरी तरह से ध्वस्त किया हुआ है।
खनन माफियाओं की तहसील में नो एंट्री
एक दौर में खनन माफियाओं के गुर्गे तहसील परिसर में मंडराते हुए दिखाई पड़ते थे। जबकि उनके पैरोकार साथ में होते थे। सफेदपोशों के साथ तहसील परिसर में अपनी दबंगई का एहसास कराते थे। लेकिन ईमानदार एसडीएम कुश्म चौहान की कर्तव्यनिष्ठा ने खनन माफियाओं के इरादों को विफल कर दिया है। यही कारण है कि खनन माफिया बुरी तरह से परेशान है। बताते चले कि एसडीएम कुश्म चौहान ने छापेमारी के बाद उत्तराखंड के राजस्व में काफी इजाफा किया है। भारी भरकर जुर्माने के साथ क्रेशर संचालकों को सबक सिखाया हुआ है।



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