नवीन चौहान
वरिष्ठ महिला पत्रकार डॉ राधिका नागरथ ने छात्र—छात्राओं को तनाव दूर करने का मंत्र दिया। उन्होंने बताया कि इंसान की मूलभूत जरूरतें खाने और रहने की पूरी हो जाए, तब वह अपनी आत्मनिर्भरता और पूर्णता की ओर बढ़ता है और उसी में उसे कई बार प्रोत्साहित और कई बार हतोत्साहित होना है। मनुष्य अगर अपनी जीवनशैली को बदलकर,छोटी छोटी चीजों में खुशियों खोजना शुरू करें तो तनाव रहित रहा जा सकता हैं। उक्त बात बाबा उन्होंने बाबा फरीद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थान में बतौर मुख्य वक्ता के रूप में दीक्षा आरंभ व्याख्यानमाला की श्रृंखला के अवसर में कहीं।
डॉ राधिका नागरथ पतंजलि योगपीठ संस्थान से जुड़ी है तथा दिव्य फार्मेसी की प्रबंधक विचारक है। लेखिका डॉ राधिका नागरथ योग के क्षेत्र में कार्य कर रही है। डॉ राधिका नागरथ ने लगभग 500 छात्र-छात्राओं से भरे इस ऑडिटोरियम में अलग अलग विषयों फार्मा,साइंस,एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, फूड टेक्नोलॉजी से संबंधित स्नातक कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को समस्याओं और तनाव दूर करने के सरल उपायों के बारे में बताया। राधिका नागरथ ने बताया बड़े से बड़े व्यक्ति चाहे वह स्वामी विवेकानंद हो या खेल प्रतिभा पीवी सिंधु इन सब को जीवन में हार और आरोपों का सामना करना पड़ा. किंतु खुद पर विश्वास रखने से इंसान बड़ी से बड़ी मुश्किलों और आरोपों के घेरे से भी बाहर निकल सफलता पा सकता है. मास कम्युनिकेशन और पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने राधिका नागरथ से स्टेज फीयर को दूर करने और जीवन में सफलता हासिल करने के सरल उपाय पूछें ।.संस्था के रजिस्ट्रार रजिस्ट्रार भूपेंद्र सिंह अरोड़ा और निदेशक अनिंदर सिंह ने बच्चों को छात्र छात्राओं को सफलता के लिए सूत्र बताए. । प्लेसमेंट अध्यक्षा मनीषा शर्मा और प्रिया मेहता ने कहा कि इस तरह के व्याख्यान विशेषज्ञों द्वारा भविष्य में भी करवाएं जाएंगे.।