नवीन चौहान, हरिद्वार।
खाकी वर्दी के गुरूर में एक पुलिसकर्मी ने हरिद्वार रोडवेज बस स्टैंड पर एक बस चालक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिसकर्मी ने चालक के पकड़े फाड़ दिए। आक्रोषित बस चालकों ने एकत्रित होकर बस स्टैंड के बाहर जाम लगा दिया। जिसके चलते सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। सूचना पर पहुंचे नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने आक्रोषित चालकों को शांत कराकर जाम खुलवाया। जिसके बाद पुलिसकर्मी और रोडवेज बस यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बातचीत की विवाद को खत्म कराया गया।
शनिवार की सुबह हरिद्वार रोडवेज बस स्टैंड पर जेएनयूआरएम की बस का चालक हरेंद्र देहरादून की सवारियों को पुलिस पिकेट से कुछ आगे बस से उतार रहा था। एक महिला अपने बच्चे को लेकर उतर रही थी। इस दौरान पीछे से आ रही एक बस के कारण जाम लग गया। इसी बीच रोडवेज गेट पर पुलिस डयूटी कर रहा कांस्टेबल गोपाल तोमर वहां आ गया। गोपाल ने चालक हरेंद्र को बस हटाने को कहा और गाली गलौच करते हुये हाथापाई कर दी। हरेंद्र किसी तरह वहां से भागकर अधिकारियों को जानकारी देने पहुंचा। इसी दौरान पीछा करते हुए आए कांस्टेबल गोपाल तोमर ने एक बार फिर चालक हरेंद्र को अधिकारियों के कक्ष में ही पीटना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी गोपाल की इस हरकत से रोडवेज चालक परिचालक आक्रोषित हो गए। जबकि मौके की नजाकत देख कांस्टेबल गोपाल वहां से भाग निकला। आक्रोषित बस चालकों ने सड़क पर बस खड़ी कर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी पुलिस बल के साथ रोडवेज बस स्टैंड पहुंच गए। उन्होंने अधिकारियों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया और चालकों के गुस्से को शांत कराया। जिसके बाद एआरएम सुरेश चौहान के कक्ष में पुलिसकर्मी और रोडवेज चालकों के बीच बातचीत का दौर शुरू हुआ। पुलिसकर्मी गोपाल तोमर और चालक हरेंद्र ने अपना-अपना पक्ष रखा। पुलिसकर्मी गोपाल तोमर ने गलती के लिए माफी मांगी। जिसके बाद रोडवेज के चालकों ने विवाद को खत्म करने की सहमति दी। समझौता कराने के दौरान रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के शाखा मंत्रख्ी प्रवीण कुमार सैनी, एजीएम आलोक बनवाल, प्रधान वेद प्रकाश, प्रांतीय महामंत्री सहदेव सिंह और मुकुल प्रजापति रहे।
गले लगाकर विवाद सुलटाया
चालक और पुलिसकर्मी का विवाद गले मिलने के बाद दूर हुआ। कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने चालक और पुलिसकर्मी दोनों पक्षों की बातों को सुना। जिसके बाद उपस्थित दोनों पक्षों के लोगों ने इस विवाद को खत्म करने पर सहमति दी। चालक ने भी कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने की बात की। जिसके बाद चालक और पुलिसकर्मी ने एक दूसरे को गले लगाया।