नवीन चौहान
भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली की श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली मेें किया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और भारतीय जनता पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने श्रद्धाजंलि सभा में पहुंचकर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता अरूण जेटली वर्ष 2014 से 2018 तक भारत के वित्त मंत्री रहे। उन्होंने अपने कार्य काल में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को भारत में लागू कर भारत के अप्रत्यक्ष कर ढ़ांचे को व्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी का निर्णय भी जेटली जी के कार्यकाल में ही लिया था, साथ ही उनके द्वारा इनसाॅल्वेंसी एवं बैंकरप्शी कोड, जनधन योजना, कैश ट्रांसफर जैसे अनेक ऐतिहासिक फैसले लिये गये। श्री जेटली ने डीडीसीए के अध्यक्ष पद पर रहते हुये उन्होने क्रिकेट के सम्बंध में कई नीतिगत फैसले लिये। अरूण जेटली एक मुखर और प्रखर नेता रहे। उन्होंने वर्ष 1975 के आपातकाल के दौरान भी अपनी आवाज को प्रखर किया था।
भारत के सौम्य स्वभाव वाले कद्दावर नेता अरूण जेटली को परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने भावभीनी दिव्य श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये स्वामी कहा कि सृजनशील, संस्कारशील और संवेदनशील अरूण जी खुद तो अस्त हो गये; स्वयं जरूर अस्त हो गये लेकिन जाने से पहले ऐसी रोशनी कर गये जो इस देश को सदियों तक रोशन करते रहेगी। अरूण जी का ऐसा व्यक्तित्व जो वरिष्ठ भी थे और सबको ईष्ट भी थे; वे प्रखर प्रवक्ता थे, सफल अभिवक्ता थे और कुशल संगठन कर्ता थे। कितनी भी जटिल से जटिल समस्यायें हो, संवैधानिक, कानूनी और जटिल विषय हो वे हर दल के लिये ऐसी नज़ीर और नजर रखने वाला व्यक्तित्व था। समस्यायें जटिल होती थी परन्तु समझाने का तरीका विरल ही था। आज हम सब के बीच में नहीं है परन्तु उन्होने हम सभी को यह संदेश दिया कि जीवन स्वयं के लिये नहीं बल्कि नये भारत के सृजन के लिये बना है उस नये भारत की ओर उनका परिवार अग्रसर हो रहा है। वे विधि विशेषज्ञ होने के साथ-साथ भारतीय आदर्शों के भी धनी थे। स्वामी जी ने कहा कि श्री अरूण जेटली जी का देश के प्रति समर्पित जीवन को सदा याद रखा जायेगा। स्वामी जी ने कहा कि अरूण न तो छुपता है न छिपता है। वे सदा-सदा के लिये अरूण बन कर आये, अरूण बन कर जियें और अरूण बनकर जीते रहेंगे। उन्होने कहा कि अरूण का अर्थ ही होता है प्रकाश; अरूण का अर्थ ही होता है सूर्य और जेटली जी सूर्य की तरह हमेशा प्रकाशित होते रहेंगे।