इस्लामाबादः पाक में हाफिज सईद और मसूद अजहर के खिलाफ करने की आवाजें उठने लगी हैं। सांसद के बाद अब पाक मीडिया ने सरकार और सेना से पूछा है कि क्यों पाक जैश-ए-मोहम्मद और हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती है। इनके खिलाफ कार्रवाई करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए क्यों खतरा है।
पाक अखबार द नेशन के संपादकीय में यह बातें लिखीं गई थी। अजहर और हाफिज के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय सरकार और सेना प्रेस को लेक्चर दे रही है। अखबार में यह भी लिखा गया था कि वह दिन बहुत ही खराब था जब सेना और सरकार के उच्चस्तरीय लोग प्रेस को काम करने के तरीके पर लेक्चर देने के लिए मिले थे। सिरिल अलमीडा की रिपोर्ट को बनावटी बताया है लेकिन सेना और सरकार ने इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया कि क्यों नेशनल एसेंबली के सदस्य बैन पर विरोध कर रहे हैं। कि क्यों पाक अलग-थलग होता जा रहा है।
सेना और सरकार के बीच विवाद को लेकर डॉन के पत्रकार अलमीडा पर प्रतिबंध लगाने के बीच सरकारी और सैन्य प्रतिष्ठानों के करीबी समझे जाने वाले ‘द नेशन’ में तीखा संपादकीय लिखा है। अखबार में कहा गया है , अलमीडा की रिपोर्ट को मनगढंत और कयास वाली खबर बताया गया है। पर, सरकार और सेना के आला अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि सरकारी एमएनए पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठनों की नजर आने वाली मौजूदगी का विरोध क्यों नहीं करता। यहां पाकिस्तान अलग-थलग क्यों पड़ता जा रहा है।