दो दरोगा समेत 6 पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज, जानिए पूरी खबर
नवीन चौहान, हरिद्वार। बीजेपी नेता को हिरासत में लेकर मारपीट करने और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने के मामले में पीड़ित ने आरोपी दो दारोगा और चार सिपाहियों के खिलाफ उसी थाने में केस दर्ज कराया है जिस थाने में उसे गिरफ्तार कर लाया गया और वहां उसके साथ मारपीट की गई। पीड़ित की तहरीर के आधार पर थाना गंगनहर रूड़की में आरोपी दारोगा और पुलिस कर्मियों के खिलाफ मारपीट और एससीएसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद इस पूरे मामले की जांच करने उचित कार्रवाई करने की बात एसएसपी ने कही है।
जानकारी के अनुसार बीजेपी नेता अजीत मधुकर ने आरोप लगाया है कि 23 सितंबर की रात करीब दो बजे
थाना गंगनहर में तैनात दारोगा पवन डिमरी और रंजीत तोमर जिनके साथ सिपाही दीपक भटट और तीन अन्य पुलिस कर्मी थे उसके घर पहुंचे। आरोप है कि एक पुराने मामले में एनबीडब्ल्यू वारंट होने का हवाला देकर इन पुलिस कर्मियों ने उसे हिरासत में लिया और उसके साथ अमानवीय व्यवहार कर उसे थाने ले आए। अजीत मधुकर का आरोप है कि थाने में उसके साथ गाली गलौच की गई। जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया। उसके साथ मारपीट की गई। आरोप है आरोपी पुलिस कर्मियों ने उसके कपड़े उतार कर बेरहमी से मारा। उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई और कहा गया कि झूठे मुकदमें फंसा देंगे। सुबह जब थाने पर उसके परिजन पहुंचे और उसकी गंभीर हालत देखी तो उसे सिविल अस्पताल में पुलिस कर्मी लेकर गए। वहां पुलिस कर्मियों ने अपनी इच्छा से उसकी मेडिकल रिपोर्ट तैयार करायी। उसकी हालत गंभीर होने के बावजूद उसका इलाज नहीं कराया गया। बता दें इस मामले में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी अगले दिन थाने पहुंच कर हंगामा किया था।
पीड़ित अजीत मधुकर ने इस संबंध में अपनी तहरीर देते हुए आरोपी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने और केस दर्ज करने की मांग की गई। थाना प्रभारी प्रदीप बिष्ट के मुताबिक तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है। इस मामले में एसएसपी हरिद्वार कृष्ण कुमार वीके का कहना है कि केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच करायी जा रही है। जांच में जो सच होगा व सामने आ जाएगा। एसएसपी का कहना है कि पुलिस का मनोबल गिरने नहीं दिया जाएगा। यदि पुलिस गलत व्यवहार करेगी तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।