नवीन चौहान, हरिद्वार। धरती पर कोई एलियन नहीं है। अंतरिक्ष से उतरने वाली किसी उड़न तस्तरी का कोई प्रमाण आज तक नहीं मिल पाया है। एलियन को लेकर जो फिल्में बनाई गई है, वह फिल्म निर्माताओं की महज एक कोरी परिकल्पना हैं। फिल्मों के मनोरंजन का मनुष्य के वास्तविक जीवन से कोई सरोकार नहीं है। भारत के वैज्ञानिकों और खगोलशास्त्रियों ने एलियन और उड़न तस्तरी की कई सालों तक खोज की है। अंतरिक्ष का भ्रमण किया गया। कई ग्रहों और उपग्रहों पर उडन तस्तरी और एलियन की खोज की गई। लेकिन विज्ञान की कसौटी पर एलियन और उड़न तस्तरी की कहानी महज एक कोरा झूठ साबित हुई।
भारत में एलियन और उड़न तस्तरी को लेकर कई फिल्म बनाई गई है। इन फिल्मों को भारत में बहुत सराहा गया है। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को अंतरिक्ष से उतरकर धरती पर आने वाली एक उड़न तस्तरी और उसमें से उतरने वाले एलियन की कहानी खूब पसंद आई। फिल्म देखने के बाद मनुष्यों ने एलियन की कहानी को ही सच मान लिया। मनुष्यों ने अपने दिमाग में रुपहले परदे के इस एलियन को अपने दिमाग में बैठा लिया। लेकिन आपकी जानकारी के लिये बता दे कि ये एक कोरा झूठ है। धरती पर ना ही कोई एलियन कभी आया है और ना ही कोई उड़न तस्तरी कभी आसमान से उतरी है। एलियन और उड़न तस्तरी की कहानी फिल्म लेखकों के दिमाग की उपज है। इसके साथ ही आपके सामने वैज्ञानिक तथ्य भी रख रहे है। आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूृट अॉफ आवर्जवेशन साइंस. ऐरीज. के निदेशक प्रोफेसर अनिल पांडेय ने खगोलशास्त्र पर काफी अध्ययन किया है। प्रोफेसर अनिल पांडेय ने न्यूज127 डॉट कॉम के संपादक नवीन चौहान से बातचीत के दौरान एलियन और उड़न तस्तरी के राज से परदा उठाया। प्रोफेसर अनिल पांडेय ने बताया कि आज तक एलियन और उड़न तस्तरी के अस्तित्व के कोई साक्ष्य नहीं मिल पाये है। वैज्ञानिकों ने एलियन को महज एक कोरी कल्पना माना है।