नवीन चौहान, हरिद्वार। विकिरण मनुष्य के लिये घातक नहीं लाभदायक है। विकिरणों की मदद से ही मनुष्य के शरीर के एक्स रे और सीटी स्कैन सहित तमाम परीक्षण किये जाते है। बीमारियों को ढूंढने और खत्म करने में विकिरण उपयोगी साबित हो रहा है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का पता भी विकिरण की मदद से ही लगता है और मनुष्य के शरीर से कैंसर को रेडियोथैरिपी की मदद से खत्म भी विकिरण ही करते है। इसके अलावा मोबाइल और उसके टावर से निकलने वाले विकिरण से भी मानव जाति को कोई खतरा नहीं है। मोबाइल को लेकर समाज में विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां फैलाई गई है। वैज्ञानिकों की कसौटी पर ये तमाम बाते कोरा झूठ साबित हुई है। डब्लूएचओ भी इन तमाम दावों को नकार चुका है।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित संगोष्ठी में व्याख्यान देने आये उत्तराखंड टिहरी के प्रोफेसर डा आरके रमोला ने न्यूज127डॉट कॉम से विशेष बातचीत की। उन्होंने समाज में विकिरण से संबंधित भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि आज के दौर में पूरा चिकित्सा जगत विकिरण पर ही निर्भर है। मनुष्यों के शरीर का पूरा परीक्षण विकिरणों की मदद से ही होता है। लेकिन विकिरणों की उपयोगिता की जानकारी के अभाव में लोगों में डर पैदा हो गया है। लोग समझने लगे है कि मोबाइल से निकलने वाले विकिरण हानिकारक होते है। शर्ट की जेब में मोबाइल रखेंगे तो दिल को खतरा पैदा हो जायेगा। ये तमाम बाते झूठ है। मोबाइल से निकलने वाली विकिरण हानिकारक नहीं होते है।